अब ‘हिन्दू’ ही हिन्दूओंके विरोधी हाे गए है !
भारत में अब छत्रपति शिवाजी महाराजजी का सत्य इतिहास बताना भी कठिन !
गोवा शासन के सूचना एवं प्रसिद्धी विभागद्वारा फर्मागुडी में आयोजित किए हुए ‘शिवजयंती’ कार्यक्रम में आनेवाले शिवभक्तोंका प्रबोधन हों; इसलिए हिन्दु जनजागृति समिति ने कार्यक्रम स्थलपर छत्रपती शिवाजी महाराज का पराक्रम एवं छत्रपती शिवाजी महाराज की शोभायात्रा इनके संबंध में आयोजकोंकी अनुमति से २ फ्लेक्स फलक लगाए थे।
इस फलकपर निम्न जानकारी हिन्दी भाषा में लिखी गई थी ….
हिन्दूओं, क्या यह इतिहास ‘झूठा एवं अयोग्य’ है ?
फलक क्र. १
‘छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम का स्मरण करें !’
- हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की हेतु ५ पातशाहियोंसे लडकर उनके आतंकवाद को दूर किया !
- ‘आतंकवाद’ एवं ‘भ्रष्टाचार’ इन्हें रोकने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की भांति ‘हिन्दु राष्ट्र’ की स्थापना अनिवार्य है !
फलक क्र. २
‘छत्रपती शिवाजी महाराज को क्या, इस प्रकार की शोभायात्रा अच्छी लगेगी ?’
- शोभायात्राओंमे किया जानेवाला मदिरापान, अश्लील नृत्य, महिलाओंसे छेडछाड आदि से क्या, छत्रपतिजीं के पराक्रम का स्मरण कभी हो सकता है ?
- छत्रपती शिवाजी महाराज की अवमानना करनेवाले एवं अनुचित कृत्योंके मूकदर्शक बननेवाले दर्शकोंको भी उसका पाप लगता है !
आयोजन करनेवाले एक सदस्य ने ही फलकोंपर होनेवाली ऐसी जानकारी ‘आपत्तिजनक’ होने का कारण बताकर, इन फलकोंको कार्यक्रम स्थल पर उलटा रख दिया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात