भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
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लखनऊ (उत्तरप्रदेश) – यूपी के सीएम अखिलेश यादव की माने तो उनका 'सेक्यूलर' लैपटॉप पीएम नरेंद्र मोदी के शौचालय से ज्यादा जरूरी है। शुक्रवार को उन्होंने लखनऊ में कहा कि गांवों के विकास के लिए लैपटॉप भी जरूरी है। यह बात गांवों में शौचालय की बात करने वालों को समझनी चाहिए। उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि हाइटेक जमाने में लाउडस्पीकर लगवाने की चिंता करने वालों से सावधान रहना चाहिए।
वे लखनऊ के इंदिरा प्रतिष्ठान में १०वीं और १२वीं के मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस मौके पर सीएम ने छात्रों से कहा कि अगर आप राजनीति में आते हैं तो आपका स्वागत है। इस मौके पर सीएम ने कहा कि यह आप पर निर्भर करता है कि इसका इस्तेमाल कैसे करते है। इंटरनेट के इस्तेमाल से आप पूरी दुनिया से जुड़ सकते हैं और तमाम जानकारियां भी प्राप्त कर सकते है। अपना जनरल नॉलेज बढ़ा सकते हैं। कार्यक्रम में सूबे से आए करीब १३२१ मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया और लैपटॉप दिए गए।
भ्रष्टाचार पर साधा निशाना
कार्यक्रम में सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि कैंसर और भ्रष्टाचार को कोई इलाज नहीं है, पर इसे रोका जरूर जा सकता है। टेक्नोलाजी के इस्तेमाल से ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सकती है। जब सारे काम टेक्नोलाजी की मदद से होंगे तो ही भ्रष्टाचार कम हो सकेगा। पहले विपक्षी पार्टियां हमारी लैपटॉप योजना को झुनझुना बताती थी, पर हमने इसे छात्रों को दिया। यह हमारी एक महत्वाकांक्षी योजना थी। शुरुआत में हर चीज का विरोध होता है। लोगों ने पहले कोयला, इंजन और बिजली तक भी विरोध किया था, पर आज हर कोई इसका फायदा उठा रहा है।