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लव जिहाद में फंसी तारा शाहदेव को मिला पति रकीबुल से तलाक

​अद्ययावत

रांची की शूटर तारा शाहदेव को उसके पति रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन से तलाक मिल गया है । रांची फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस पीके गौतम की अदालत ने यह फैसला सुनाया । तारा ने तलाक के लिए याचिका दायर की थी । १२ (१)(सी) और १३ (१)(१ए) विवाह विच्छेद और प्रताड़ना की धाराओं के तहत न्यायालय में मामले की सुनवाई चली ।

२४ मई को इस सिलसिले में अंतिम सुनवाई हुई थी । तारा शाहदेव की आेर से ३ गवाहों का बयान न्यायालय में दर्ज कराया गया । तारा, उसके पिता और भाई ने बयान दर्ज कराया था । वहीं रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन की आेर से एक गवाह की गवाही हुई थी ।

धर्म छुपा कर शादी करने व प्रताड़ित करने का आरोप

सुनवाई के दौरान तारा शाहदेव की ओर से अधिवक्ता आशुतोष पांडेय ने पक्ष रखा । उन्होंने न्यायालय को बताया कि यह विवाह अवैध है । धर्म को छुपाकर रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल ने तारा के साथ शादी की । साथ ही शादी के बाद उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडित किया । इसलिए तारा शाहदेव के संबंध विच्छेद से संबंधित आवेदन को स्वीकार करते हुए शादी को खंडित किया जाए ।

४० पन्ने का शपथ पत्र दायर

गवाही के दौरान तारा शाहदेव ने ४० पन्ने का शपथ पत्र न्यायालय में दायर किया था । साथ ही उन्होंने कहा था कि रंजीत सिंह कोहली ने धोखे से उससे विवाह किया । जबरन निकाहनामा कराया । विवाह के दिन तक कोहली को वह सिख समझ रही थी । विवाह के बाद पता चला कि वह मुस्लिम समुदाय का है ।

गवाही के दौरान तारा ने रंजीत सिंह कोहली के विरुद्ध पूर्व में दर्ज कराई धोखाधडी, जबरन धर्म परिवर्तन कराने, प्रताडित करने आदि से संबंधित प्राथमिकी की कॉपी, धारा १६४ के तहत दर्ज बयान की कॉपी, उच्च न्यायालय के आदेश आदि से संबंधित दस्तावेज न्यायालय को सौंपा ।

६ जनवरी को तलाक की अर्जी दायर

तारा शाहदेव ने फैमिली कोर्ट में ६ जनवरी को तलाक की याचिका दाखिल की थी । दायर याचिका में तलाक की मांग करते हुए तारा ने रंजीत पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया और कहा कि उसका विवाह ७ जुलाई २०१४ को रांची के एक बडे होटल में रंजीत के साथ हुआ था । विवाह के बाद उसे प्रताडित किया गया । अमानवीय व्यवहार किया गया और अमानवीय शारीरिक संबंध बनाया गया । धमकी भी दी गई ।

स्त्रोत : न्युज१८


२३ मे २०१७

तारा सहदेव लव-जिहाद मामला : रकीबुल हसनद्वारा इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव, अारोपपत्र प्रविष्ट

नई देहली : नेशनल शूटर तारा शाहदेव के पति रंजीत सिंह कोहली (रकीबुल हसन) पर पत्‍नी को प्रताड़ित करने के मामले में जांच कर रही सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में कई बातें सामने आई है। सीबीआई के अनुसार, रकीबुल और उसकी मां तारा शाहदेव से जबरन इस्‍लाम धर्म कबूल करवाने पर अड़े थे। तारा की सास ने उससे साफ कह दिया था कि, अगर इस्‍लाम कबूल नहीं किया तो तुम्‍हारा बिस्‍तर वहीं रहेगा लेकिन मर्द बदलते रहेंगे।

जानकारी के अनुसार, तारा ने सीबीआई को पूछताछ में बताया कि, उसके सिंदूर लगाने पर भी पाबंदी थी। रकीबुल और उसकी मां सिंदूर लगाने पर हाथ-पैर तोड़ने की धमकी देते थे।

तारा ने बताया, रंजीत उर्फ रकीबुल हसन उसे विवाह के लिए प्रभावित करने के कई हथकंडे अपनाता था। वह अफसरों के साथ महंगी गाड़ियों में शूटिंग रेंज पर आता था। तारा की मानें तो रकीबुल विवाह से पहले खुद को बेहतर इंसान दिखाने की हर संभव कोशिश करता था।

तारा शाहदेव ने बताया था कि, उसका विवाह ७ जुलाई २०१४ को रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के साथ होटल रेडिशन ब्लू में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी। विवाह के बाद रकीबुल उसे ब्लेयर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर ४ में ले गया। वहां रकीबुल की मां कौशल रानी और एक कुत्ता भी रहते थे। वहां सास और पति रकीबुल ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

आवेदन में तारा शाहदेव ने उच्च न्यायालय के तत्कालीन रजिस्ट्रार विजिलेंस मुश्ताक अहमद का भी उल्लेख किया था। तारा ने कहा है किा मुश्ताक अहमद ने ही होटवार के स्टेडियम में रकीबुल से परिचय कराया था। उनके कहने पर रकीबुल ने जबरन धर्म परिवर्तन कराया। मुश्ताक अहमद बार-बार धमकी देता था कि, रंजीत सिंह कोहली के साथ शारीरिक संबंध बनाओ। तारा को घर में बंद कर उसके साथ मारपीट की गई थी। उसे सिगरेट से दागा गया था। किसी प्रकार से तारा के घर वालों ने उसे जख्मी हालत में रिम्स में भर्ती कराया था।

2015 से चल रही है सीबीआई जांच रकीबुल की सच्चाई सामने आते ही तारा पर अत्याचार होने लगा। आरोप है कि तारा का शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। सीबीआई ने साल २०१५ में इस केस की जांच शुरू की थी। मुख्य आरोपी रकीबुल हसन २७ अगस्त, २०१४ से जेल में है, जबकि उसकी मां जमानत पर बाहर है।

स्त्रोत : वन इंडिया



१६ अगस्त २०१५

तारा सहदेव लव जिहाद : सामने आया आरोपी पति रकीबुल हसन की मुसीबत बढाने वाला वीडियो

रांची (झारखण्ड) – आंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा सहदेव को प्रताड़ित करने, उनका धर्म बदलवाने और धोखा देकर निकाह करने के मुख्य आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है।

रकीबुल हसन

वीडियो में किसी फार्म हाउस में रंजीत के अलावा उसका दोस्त डीएसपी सुरजीत सिंह और झारखंड उच्च न्यायालय के सस्पेंड रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद भी मॉडर्न हथियारों से फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। इन तीनों के अलावा वीडियो में पुलिस के जवानों समेत कुछ और लोग भी नजर आ रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि जहां फायरिंग हो रही है, उसके पास चीतल और हिरण जैसे जानवर भी घूम रहे हैं।

रकीबुल इन दिनों रांची जेल में बंद है। वीडियो में रेड जैकेट और सि‍र पर टोपी लगाए हाथ में बंदूक थामा शख्स रकीबुल हसन उर्फ रंजीत सिंह कोहली बताया जा रहा है। ब्लू शर्ट में नजर आ रहे हैं झारखंड पुलिस के डीएसपी सुरजीत कुमार। साथ में हैं झारखंड उच्च न्यायालय के सस्पेंडेड विजिलेंस रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद। वीडियो में रंजीत जब हथियार ठीक से नहीं चला पाता है तो बीच-बीच में डीएसपी सुरजीत रंजीत को निशाना लगाना बताते हैं।

गौरतलब है कि सीबीआई ने गुरुवार से इस मामले की जांच शुरू की है।

स्त्रोत : आज तक


१४ अगस्त २०१५

‘लव जेहाद’ की जांच करेगी CBI, शूटर तारा सहदेव के पति के खिलाफ केस दर्ज

नई दिल्ली`: सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने तारा सहदेव के पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया है। झारखंड के चर्चित शूटर तारा सहदेव केस की सीबीआई जांच शुरू हो गई है। झारखंड की पिछली सरकार ने केस सीबीआई को सौंपा था लेकिन जांच अब शुरू हुई। राष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा सहदेव ने अपने पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल पर जबरन धर्म परिवर्तिन करवाने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

एजेंसी ने झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर इस मुद्दे से संबंधित दो और मामले दर्ज किए हैं। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पहला मामला सहदेव के खिलाफ उनके आरोपी पति रंजीत सिंह कोहली और अन्य द्वारा प्रताड़ना और क्रूरता किए जाने से संबंधित है। दूसरा मामला कोहली के खिलाफ कथित धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित है।

पहले और दूसरे मामले में स्थानीय पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल कर दिए हैं और मामले रांची के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई के लिए लंबित हैं।

निशानेबाज तारा सहदेव ने आरोप लगाया है कि रंजीत सिंह का असली नाम रकीबुल हसन है और उसने विवाह के बाद तारा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला था। झारखंड की राजधानी रांची में राष्ट्रीय शूटर तारा सहदेव से धोखाधड़ी कर विवाह करने और कथित तौर पर मारपीट कर उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने का आरोप लगाया है। तारा का आरोप था कि विवाह के बाद उसके पति ने उसे इस्लाम धर्म कबूल करवाने के लिए काफी मारा पीटा गया। तारा के अनुसार, कई दिनों तक खाना तक नहीं दिया गया।

निशानेबाज तारा ने जब धर्मपरिवर्तन की बात नहीं मानी तो पति रंजीत कोहली ने उसके साथ मारपीट की। आरोपी पति इस खुलासे के बाद से ही फरार था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। तारा की शिकायत मिलने के बाद पुलिस परिवार सहित फरार रंजीत कोहली की तलाश कर रही थी।

निशानेबाज तारा के शरीर पर कई जख्म मिले थे। उसका आरोप था कि उसे बुरी तरह मारा पीटा जाता था और अभी वो ठीक से चल भी नहीं पा रही है।

 तारा के पति का कहना था कि उनका असली नाम रंजीत कोहली ही है रकीबुल हसन नहीं। इस सिलसिले में कोहली ने राज्य सरकार को चिट्ठी भी लिखी और साथ ही उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस और झारखंड सरकार के गृह विभाग की तरफ से जारी परिचय पत्र की तस्वीरें भी जारी की थी। उसका कहना था कि वह सिक्ख है लेकिन उसने ये कबूल किया कि वह नमाज पढता था लेकिन उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया।

स्त्रोत : एबीपी न्यूज


१२ फरवरी २०१५

तारा सहदेव ‘लव जिहाद’ मामला : रकीबुल की मां को उच्च न्यायालय से बेल

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय शूटर तारा सहदेव प्रताडऩा केस में जेल में बंद सह आरोपी रकीबुल की मां को झारखंड उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी है। तारा सहदेव की प्रताडऩा और कथित धर्म परिवर्तन प्रकरण के मुख्य आरोपी रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन और उसकी मां पर धोखाधड़ी, जोर जबर्दस्ती और प्रताडऩा की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उल्लेखनीय है नेशनल शूटर तारा सहदेव के आरोपों से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी। तारा ने कहा था कि रंजीत कोहली ने अपना असली धर्म छिपाकर उससे विवाह की और बाद में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का दबाव डाला और उसके साथ मारपीट की। आरोपी रंजीत कोहली इस समय रांची जेल में बंद है और पुलिसिया पूछताछ में रोजाना बड़े नामों के सामने आने के साथ बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं।

स्त्रोत : पंजाब केसरी


२७ नवंबर २०१४

तारा सहदेव ‘लव जिहाद’ मामला : अब सीबीआई करेगी इस प्रकरण की जांच

रांची – बहुचर्चित तारा सहदेव और रंजीत सिंह कोहली प्रकरण की जांच सीबीआई करेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस आशय का आदेश जारी किया है। पीड़िता तारा सहदेव इस मामले में रांची पुलिस की जांच पर शुरू से ही सवाल उठा रही थी। उसने सीबीआई जांच की मांग की थी।

जब यह प्रकरण सुर्खियों में था तो केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह यहां आए थे। तारा ने उनसे एयरपोर्ट पर मिलकर सीबीआई जांच का अनुरोध किया था। तारा सहदेव के प्रार्थना पत्र पर केंद्रीय गृहमंत्री ने जांच आरंभ कराने की हरी झंडी दी।

जल्द ही सीबीआई इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच आरंभ करेगी। फिलहाल रांची पुलिस ने तारा के प्रताड़ना के बिन्दु पर अंतरिम चार्जशीट दाखिल की है। मामले लव जेहाद प्रकरण के रूप देखा जा रहा है।

स्त्राेत : नरइ दुनिया


 तारा सहदेव ‘लव जिहाद’ मामला : चार्जशीट में सिर्फ दहेज प्रताड़ना का केस

झारखंड : रांची के बहुचर्चित लव जेहाद मामले में लीपा-पोती का दौर शुरू हो गया है । शूटर तारा सहदेव प्रकरण में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है । लेकिन दिलचस्प यह है कि पुलिस की जांच में इसे सिर्फ दहेज प्रताड़ना का मामला बताया गया है ।

इतना ही नहीं, पुलिस ने जो चार्जशीट दायर की है, उसमें धर्म परिवर्तन और जबरन निकाह मामले की कोई चर्चा नहीं है । यहां तक कि तारा के बयान पर दर्ज धर्म परिवर्तन और जबरन निकाह के मामले की अब तक जांच भी नहीं की गई है ।

गौरतलब है कि तारा के बयान पर रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल और उसकी मां कौशल्या उर्फ कौसर परवीन के खिलाफ दहेज प्रताड़ना समेत धर्म परिवर्तन और जबरन निकाह का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई थी । हिंदपीढ़ी थाना में पुलिस ने रकीबुल और उनकी मां कौशल्या के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के लिए धारा 498 ए, 295 ए और 153 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया है ।

क्या है मामला ?

अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज तारा सहदेव का कहना है कि 7 जुलाई 2014 को उनकी विवाह रंजीत सिंह कोहली नाम के एक व्यक्ति से हुई थी । लेकिन विवाह के बाद से ही उस पर जानवरों की तरह अत्याचार होने लगे । तारा को जब पता चला कि उसके पति का नाम रंजीत सिंह नहीं बल्कि रकीबुल हसन है, तो उस जुल्म की इंतेहा कर दी गई । तारा पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया जाने लगा ।

स्त्रोत : आज तक


तारा सहदेव ‘लव जिहाद’: मंत्रियों पर कार्रवाई नहीं, सीबीआई जांच में भी हो रही देर

tara_sahadevजमशेदपुर – राष्ट्रीय निशानेबाज तारा सहदेव ने कहा कि रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल मामले में सीबीआई जांच में देर क्यों हो रही है? झारखंड के दो मंत्रियों का नाम आया है, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। सरकार की क्या मजबूरियां हैं, यह समझ के परे है। तारा बुधवार को जमशेदपुर में थीं।

धालभूम क्लब, साकची में पत्रकारों से कहा- मैं अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखूंगी। इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश हो चुकी है। देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात कर चुकी हूं। मैं मामले को अंजाम तक पहुंचाकर रहूंगी। तारा ने कहा कि फिलहाल वह निशानेबाजी पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। राजनीति में जाने का कोई इरादा नहीं है।

माता-पिता को बेटियों पर भरोसा करना चाहिए

तारा ने कहा कि मां-बाप को बेटियों पर भरोसा करना चाहिए। परिवार अगर भरोसा नहीं करेगा, तो लड़कियां जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा-मेरी इच्छा अलग करने की थी, इसीलिए मैंने निशानेबाजी को चुना। मैं अच्छा कर रही थी, लेकिन जीवन में ऐसा मोड़ आया कि मुझे इस दोराहे पर ला खड़ा किया। यहां से मुझे दोबारा लय में आने के लिए परिश्रम करना पड़ रहा है।

विवाह समझौता न हो

लड़कियों के लिए विवाह समझौता नहीं होना चाहिए। लिहाजा, पहले बेटियों को काबिल बनाएं। उन्हें आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। लड़कों के बारे में मां-बाप और समाज की राय अलग और लड़कियों के लिए अलग है, जो ठीक नहीं है। लड़कियों को भी बराबर मौका मिले, तो वह आगे बढ़ सकती हैं। तारा ने कहा- मैंने पिता से कहा था कि मैं खेल के माध्यम से आपका नाम रोशन करुंगी। मैं लड़की हूं, इसका मतलब यह नहीं कि कुछ नहीं कर सकती हूं। मैं कमजोर नहीं और मुझे लड़की होने का पश्चाताप भी नहीं है। मैं बुराई से लड़ूंगी। युवा वर्ग भी अपनी शक्ति पहचानें। अन्याय के विरोध में खड़ा हो, तभी जंग खाई व्यवस्था में परिवर्तन संभव है।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


तारा सहदेव ‘लव जिहाद’: कोलकाता के जज से भी रकीबुल का रिश्ता, पुलिस नहीं कर रही पूछताछ

रांची – रंजीत सिंह कोहली का संबंध सिर्फ झारखंड, बिहार, यूपी के जजों से ही नहीं, बल्कि बंगाल के भी एक जज से रहा है। बुधवार को जज के साथ उसके संबंधों का खुलासा हुआ है।

पुलिस के अनुसार, रकीबुल ने अपने बयान में कहा है कि उसका संबंध कोलकाता के एक सीबीआई जज के साथ है। पिछले महीने ही रकीबुल कोलकाता सीबीआई के जज को देवघर में पूजा के लिए ले गया था। वहां उसने डीएसपी अनिमेष नैथानी से मुलाकात कर नगर उंटारी डीएसपी सुरजीत सिंह का रेफरेंस देते हुए कहा कि वह विशेष पूजा कराने के लिए सीबीआई के एक जज को साथ लेकर आया है। डीएसपी सुरजीत के नाम का रेफरेंस देने पर डीएसपी अनिमेष नैथानी ने जज को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया था। डीएसपी अनिमेष नैथानी ने भी इसकी पुष्टि की है।

पिछले तीस घंटे से नहीं हुई कोई पूछताछ

रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल से तीस घंटे से कोई पूछताछ नहीं हुई है। जिला पुलिस, आईबी की टीम, सीआईडी किसी ने कुछ नहीं पूछा। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया था। रिमांड पर लेकर पुलिस सिर्फ समय काटने का काम कर रही है। कोहली की रिमांड गुरुवार शाम तीन बजे खत्म हो जाएगी।

पुलिस का मानना था कि रकीबुल के पास कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं, जो पूछताछ के क्रम में पुलिस के सामने आ जाएंगी। कोहली को मंगलवार की शाम छह बजे जगन्नाथपुर थाना से चुटिया थाना लाया गया था। चुटिया थाना लाने के बाद कोई अधिकारी कोहली के पास नहीं पहुंचा। सिटी एसपी ने चुटिया थानेदार को कोहली के लिए कई कड़े निर्देश दिए हैं। कोहली से कोई मिल नहीं सकता है। यहां तक कि उसका वकील भी नहीं। कोहली के खाने पर विशेष नजर रहनी चाहिए। कोहली से कोई भी व्यक्ति बात नहीं कर सकता है। कोहली पर विशेष नजर रखने के लिए चुटिया थानेदार थाना में ही जमे हुए हैं।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


४ सितंबर २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६

तारा सहदेव ‘लव जिहाद’ : नौकरानी ने कहा – रकीबुल के घर आती थीं कई लड़कियां

रांची – रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन की विवाह में तारा सहदेव के परिचितों की संख्या काफी अधिक थी। यूं कहें कि विवाह स्थल लड़के वालों से भरा पड़ा था। निकाह के दिन भाभी के घर से कोई नहीं आया। निकाह क्या होता है, मैं जानती भी नहीं थी। वहीं निकाह के बारे में जानकारी मिली। रंजीत भइया के घर एक दाढ़ी वाले और एक सफेद पगड़ी वाले नेताजी आते थे। मैं उन्हें नाम से नहीं जानती, लेकिन बातचीत से पता चलता था कि दाढ़ी वाले बाबा कोई मंत्री हैं।पगड़ी वाले नेताजी भी काफी रोबदार लगते थे। भइया इनकी जमकर आवभगत करते थे। मुश्ताक अहमद नामक एक साहब का तो घर पर अक्सर आना जाना लगा रहता था। उन्हें मैं अच्छी तरह पहचानती हूं।”

यह कहना है रकीबुल के घर नौकरानी का काम करने वाली हरिमति का। १४ साल की हरिमति से दैनिक भास्कर संवाददाता ने उसके सिल्ली के हेसाडीह गांव जाकर बातचीत की। वह बातचीत के लिए सामने आने में थोड़ा सकुचा रही थी। समझाने पर वह बातचीत के लिए तैयार हो गई। प्रस्तुत है उससे बातचीत के प्रमुख अंश :

अलग-अलग लड़कियों के साथ आती थी रिचा

रिचा नाम की एक लड़की घर आती थी। तीन-चार बार उसे रंजीत भइया के घर पर देखा। हर बार उसके साथ अलग-अलग लड़की होती थी। भइया ने रिचा का एडमिशन किसी कॉलेज में करा दिया था। इसके बाद उसका घर आना ज्यादा बढ़ गया था। रिचा भइया को सर-सर कह कर बुलाती थी। भइया कहता था कि रिचा उसकी भाभी है, लेकिन रिचा के पति को हमलोगों ने कभी नहीं देखा। जानते हैं सर, भइया की बहुत बड़े-बड़े लोगों से दोस्ती थी। लाल, पीली बत्ती वाली गाड़ी से बड़े लोग उनसे मिलने आते थे। भइया के आने का कोई टाइम फिक्स नहीं था। कभी रात को एक-डेढ़ बजे आते थे, तो कभी फोन कर देते थे कि आज नहीं आएंगे।

विवाह और निकाह में तारा के घर वाले शामिल हुए थे या नहीं?

भइया की विवाह धूमधाम से हुई थी। उसमें भाभी के परिवार वालों की संख्या ज्यादा थी। भइया की तरफ से उनके दोस्त आदि ज्यादा थे। निकाह के दिन भाभी के घर से कोई नहीं आया। भाभी को कहा गया कि तीन बार कबूल, कबूल बोलो। इस घटना के बाद से ही भाभी उदास रहने लगीं। वह मायके लौटने का उपाय ढूंढ़ रही थीं।

रकीबुल के घर कौन-कौन लोग आते थे ? इन्हें आप पहचान सकती हो क्या?

एक दाढ़ी वाले और एक पगड़ी वाले नेताजी को घर पर दो-तीन बार देखा। भइया इनकी बहुत इज्जत करते थे। बाद में पता चला कि वे लोग मंत्री या बड़े आदमी हैं। मुश्ताक अंकल तो अक्सर आते थे। उन्हें अच्छी तरह पहचान सकती हूं। अन्य नेताओं को भी सामने से देखकर पहचान लूंगी। रोहित भइया भी घर आते थे। रंजीत भइया की उनसे काफी अच्छी दोस्ती है।

घर पर आपने कभी मारपीट करते देखा क्या?

एक दिन भाभी (तारा सहदेव) के शरीर पर जख्म का निशाना देखा। पूछने पर उन्होंने बताया कि भइया ने मारपीट की है। उनके गाल, पीठ और होंठ पर चोट के निशान थे। मुझे तो लगता है कि मारपीट की वजह से ही भाभी घर छोड़कर चली गई।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


३ सितंबर २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६ 

तारा ने कहा – ‘उस गंदगी में रहने के बाद मंदिर गई तो लगा अभी जिंदा हूं’
रांची –
 तारा के लिए सोमवार का दिन बहुत खास रहा। उस गंदगी में रहने के बाद सोमवार को पहली बार मंदिर गई। लेक रोड स्थित औघड़ भगवान राम आश्रम हमारा समाज का मंदिर है। पहले अक्सर वहां पूजा के लिए जाती थी। कोहली के घर का ऐसा घुटा हुआ वातावरण था और वहां पूजा-पाठ की पूरी तरह मनाही थी। इतने दिनों के बाद मंदिर जाने से खुशी हो रही है। मंदिर जाकर लगा कि मैं जिंदा हूं। ऐसा सुकून कब मिला था, याद नहीं। भगवान के दरबार की पवित्रता मन में समां गई और सुबह से ही बहुत हल्का और सबकुछ अच्छा लग रहा है।

तारा से फोन पर बातचीत के दौरान कई एनआरआई ने कहा कि वे जल्द ही इंडिया आएंगे और रांची में आकर तारा से मुलाकात करेंगे। उनलोगों ने वीजा अप्लाई किया है। जैसे ही क्लियर होगा यहां आकर तारा की हर संभव मदद भी करेंगे। एनआरआई  ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक ग्रुप भी बनाया है। इस ग्रुप में लोग तारा से जुड़ी हर खबर शेयर कर रहे हैं। एनआरआई तारा की मदद के लिए प्लानिंग भी कर रहे हैं। तारा को फोन कर उन लोगों ने कहा कि देश से बाहर रहते हैं पर अब भी देश से जुड़े हैं। देश में बेटी के साथ ऐसा हो रहा है तो कभी हम पर मुसीबत आएगी तो क्या होगा। यह समय एकता सूत्र में बंध कर अन्याय से लड़ने का है।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२ सितंबर २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६

रकीबुल की कॉल डिटेल्स मे पूर्व MP से एक महीने में 26 बार बात, राजभवन से जुड़े तार

रांची – आंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा सहदेव को ‘लव जिहाद’ के जाल में फंसाने के आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन खान के हाईप्रोफाइल संबंधों का पहला ठोस सबूत सामने आया है। रकीबुल के एक मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल्स भी मीडिया के हाथ लगे हैं, जिसमें उसके मंत्रियों, नेताओं, आईएएस अधिकारियों, जजों आदि हाई प्रोफाइल लोगों से अनगिनत बार बात होने की जानकारी सामने आई है। दिलचस्प है कि कल अपने संबंधों पर सफाई दे रहे पूर्व सांसद इंदर सिंह नामधारी से ही रकीबुल ने सिर्फ इस नंबर से एक महीने के अंदर २६ बार बात की है। बता दें कि पूरे देश में लव जिहाद से जुड़े मामले सामने आने लगे हैं।

एक मामूली-सा एनजीओ चलाने वाले रकीबुल हसन के घर से छापेमारी के दौरान ३६ सिम मिले थे, जबकि दिल्ली में उसकी गिरफ्तारी के समय भी पुलिस ने छह सिम बरामद किया था। होटल में एक मामूली वेटर का काम करने वाले कोहली के कुछ ही सालों में करोड़पति बनने की कहानी भी इन्हीं संबंधों में छिपी है। ऐसी जानकारी भी सामने आई है कि वह अपने घर पर जजों के सामने आरोपियों को बैठा कर डील करवाया करता था।

कोहली के जिस सिमकार्ड का डिटेल्स मीडिया के हाथ लगा है, उसका नंबर  ८१०२७७७७७१ है। इस मोबाइल पर जुलाई और अगस्त में कुल ९६२ इनकमिंग-आउटगोइंग कॉल रिकॉर्ड किए गये हैं। कॉल डिटेल्स से पता चलता है कि कोहली के रिश्ते राजभवन के एडीसी शम्स तबरेज से लेकर झारखंड के प्रोजेक्ट बिल्डिंग में बैठनेवाले सचिव और प्रधान सचिव तक रहे हैं। कोहली के अब तक मिले कुल ४२ सिमकार्ड्स के डिटेल खुलने पर कई बड़े लोग बेनकाब हो सकते हैं।

कॉल डिटेल में खुले रिश्ते

१। मो। मुश्ताक अहमद, रजिस्ट्रार विजिलेंस, झारखंड उच्च न्यायालय
८ जुलाई से २० अगस्त तक १६ बार हुई बातचीत।

२। सुरजीत कुमार (डीएसपी, नगर उंटारी)
६ जुलाई से ६ अगस्त तक १३ बार बातचीत।

३। हाजी हुसैन अंसारी, झारखंड के कैबिनेट मंत्री 
२९ से १ अगस्त तक दो बार और पीए से १ से ९ अगस्त तक सात बार बातचीत।

४। इंद्रदेव मिश्रा (यूपी बार काउंसिल के सदस्य)
२ जुलाई से ९ अगस्त तक १० बार हुई बातचीत।

तारा सहदेव के अनुसार, इनकी मदद से यूपी के कई कोर्ट से रंजीत सिंह कोहली के तार जुड़े

१। वीणा मिश्रा, न्यायिक सेवा ( देवघर, झारखंड )
५ जुलाई से ५ अगस्त तक २० बार हुई बातचीत।
तारा सहदेव का कहना है कि ये ब्लेयर अपार्टमेंट में आयी थीं।

२। रितोष उपाध्याय (आइएफएस, संयुक्त सचिव)
४ जुलाई से ११ अगस्त तक २१ बार बातचीत।

३। इंदर सिंह नामधारी, विधानसभा के पूर्व स्पीकर और चतरा के पूर्व सांसद
२ जुलाई से ६ जुलाई तक तीन बार और उनके पीए से १ जुलाई से ८ अगस्त तक २६ बार बातचीत।

४। सैयद मतलूब हुसैन (सिविल जज, सरायकेला-खरसावां)
१५ जुलाई से ९ अगस्त तक २ बार हुई बातचीत।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


१ सितंबर २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६

‘लव जिहाद’: पूर्व सांसद ने मानी भाजपाई को बेल दिलाने के लिए रकीबुल की मदद लेने की बात

रांची – ‘लव जिहाद’ के आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन के रिश्ते कई जजों से रहे हैं। पुलिसिया पूछताछ में उसने इस बात को स्वीकार कर लिया है। उसने यह भी स्वीकार कर लिया है कि कई लड़कियों से उसकी अच्छी दोस्ती रही है। जजों से दोस्ती की बदौलत उसने कई बड़े काम करवाए। झारखंड विधानसभा के अध्‍यक्ष और पूर्व सांसद इंदर सिंह नामधारी ने तो रकीबुल की मदद से एक भाजपाई को जमानत दिलवाने की बात कबूल भी की है।

रकीबुल को रांची पुलिस सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी। एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि रकीबुल की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए कोर्ट से आग्रह किया जाएगा, ताकि पूछताछ और आगे बढ़ाई जा सके।

रकीबुल ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार किया है कि जजों की ट्रांसफर-पोस्टिंग के अलावा उनके खिलाफ चलने वाले मामलों में क्लीन चिट दिलाने और इस एवज में जमानत दिलाने की पैरवी वह करता था। कई गंभीर अपराध के अभियुक्तों को कोहली के इशारे पर अब तक छोड़ा जा चुका है। कोहली ने यह भी स्वीकार किया कि झारखंड ही नहीं, कई अन्य राज्यों के जजों से उसकी गहरी दोस्ती है।

पूर्व सांसद ने मानी पैरवी की बात

तारा सहदेव प्रकरण में पूर्व सांसद इंदर सिंह नामधारी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि उन्‍होंने रंजीत उर्फ रकीबुल की मदद से एक व्‍यक्ति को तीन माह के पैरोल पर रिहा करवाया था। नामधारी ने रंजीत उर्फ रकीबुल के विवाह में खुद के शामिल होने पर सफाई भी दी है। उनके इस खुलासे के बाद झारखंड की न्‍यायपालिका पर कई सवाल उठने लगे हैं। तारा-रकीबुल प्रकरण में पहले से ही न्‍यायिक पदों पर बैठे महत्‍वपूर्ण लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। एक प्रेस बयान में नामधारी ने कहा कि उनका और रंजीत उर्फ रकीबुल का संबंध उतना ही है, जितना एक ‘रसीदी टिकट’ पर लिखा जा सकता है।

नामधारी ने बताया कि चतरा का सांसद होने के नाते वहां के कई भाजपा नेताओं ने मुझसे आग्रह किया कि मैं एक पुराने भाजपा नेता प्रवीण चंद्र पाठक (एक हत्‍या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे) के परिजनों से मिलूं। उन लोगों के अनुरोध पर उस परिवार से मिला और उसकी जमानत का काम कोहली को सौंप दिया। कोहली ने वह काम कर दिया।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


३१ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६

रकीबुल हसन के फ्लैट से ३६ सिमकार्ड, १५ फोन आैर दो एयरगन बरामद

रांची – झारखंड के बहुचर्चित तारा सहदेव प्रकरण में रिमांड पर लिए गए रकीबुल हसन खान उर्फ रंजीत सिंह कोहली की रिमांड का रविवार को आखिरी दिन है। पुलिस  रांची के उसके ठिकानों पर ले जाकर पूछताछ कर रही है। रकीबुल से ब्लेयर अपार्टमेंट स्थित फ्लैट का दरवाजा उसके सामने खुलवाकर वहां पूछताछ हुई। पुलिस को वहां से दो एयरगन, वीआईपी गाड़‍ि‍यों पर लगने वाली पीली बत्‍ती, एक प्रोजेक्टर, 36 सिमकार्ड, दो सीपीयू, 15 मोबाइल फोन, कई मोबाइल के खाली डिब्बे, एक पेन ड्राइव, चार प्रिंटर, विवाह की सीडी और कोर्ट के दस्‍तावेज बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने रंजीत उर्फ रकीबुल के अशोक विहार स्थित किराए के मकान की भी तलाशी ली। रकीबुल ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शनिवार को रिमांड के दूसरे दिन उसने पुलिस को 45 से अधिक बड़े लोगों के नाम बताए, जिनसे उसकी अच्छी जान पहचान है। इनमें जज, अफसर और नेता शामिल हैं। उधर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने तारा सहदेव से मुलाकात की और उन्हें एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की।

उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार विजिलेंस मुश्ताक अहमद थे रकीबुल के ‘सरकार’

रकीबुल ने पुलिस को बताया है कि झारखंड में उसके असल ‘सरकार’ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार विजिलेंस मुश्ताक अहमद ही थे और मुख्यालय दिल्ली था। मुश्ताक अहमद को ही वह सरकार शब्द से संबोधित करता था। रकीबुल ने कहा कि दिल्ली के इशारे पर झारखंड के किसी भी जिले के न्यायिक अधिकारी आसानी से कोई भी केस सुलझा देते थे। कोई भी बात नहीं काटता था। यही वजह है कि वह जल्द ही लखपति बन गया था। रुपए आने के स्रोत में कहीं कुछ रुकावट नहीं होती थी। जगन्नाथपुर थाना में शनिवार को रकीबुल से पूछताछ में आईबी, सीआईडी, स्पेशल ब्रांच और जिला पुलिस के अधिकारी शामिल थे।

डीएसपी रैंक के दो दर्जन अफसरों के नाम बताए

रकीबुल हसन खान ने पूछताछ में दो दर्जन पुलिस अधिकारियों के नाम बताए हैं। सभी पुलिस अफसर डीएसपी रैंक के हैं। डीएसपी स्तर के अधिकारियों में नव प्रोन्नत अफसरों की संख्या सबसे अधिक है। इनमें से कुछ अधिकारी रकीबुल के काफी करीबी माने जाते हैं। जबकि न्यायिक अधिकारियों में जिला जज और सत्र न्यायाधीश स्तर के अधिकारी शामिल हैं।

मंत्रियों और आईएएस को भी पहुंचाई मदद

पुलिस के समक्ष रकीबुल ने शनिवार को कई खुलासा किए हैं। रकीबुल ने पुलिस को बताया कि किस तरीके से मंत्री और आईएएस को भी उसने मदद पहुंचाई। रकीबुल के अनुसार, मंत्री सुरेश पासवान का चालक आपराधिक मुकदमे का आरोपी था। मंत्री के अनुरोध पर ही रकीबुल ने उक्त चालक को मामले से बरी करा दिया। उस आपराधिक मुकदमा  की सुनवाई देवघर सिविल कोर्ट में लंबित चल रही थी।

आईएएस को मनोरंजन की सुविधा

उसने बताया कि राज्य के एक आईएएस जो साइंस एंड टेक्नॉलोजी के सचिव पद पर थे और बाद में वे अपर मुख्य सचिव बने। उस दौरान साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग में कई कार्य के लिए टेंडर निकला था।  सचिव ने उसे अपने विभाग से संबंधित ठेका मामले में लाभ दिलवाया था। इसके एवज में उसने सचिव के मनोरंजन की व्यवस्था कराने की बात कही है।

पूर्व सांसद ने भी ली थी मदद

चतरा के पूर्व सांसद इंदर सिंह नामधारी को भी रकीबुल मदद पहुंचाने की बात बताई है। उसने कहा है कि सांसद का एक परिचित हत्या के आरोप में सजा पा चुका था। उसका मामला उच्च न्यायालय में सुनवाई के लिए लंबित था। सांसद का परिचित इस मामले में लगातार जेल में था। उस आरोपी को सांसद के अनुरोध पर रकीबुल ने कुछ ही दिनों में जेल से रिहा करा दिया।

स्त्राेत : दैनिक भास्कर


३० अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६

नेता एवं अफसरों को लड़कियों की सप्लाई करता था रकीबुल हसन !

मामले की जांच करेगी सीबीआर्इ

रांची – आंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा सहदेव से नाम बदलकर विवाह करने और विवाह के बाद धर्म बदलने के लिए प्रताडि़त करने के आरोपी रकीबुल हसन खान उर्फ रंजीत सिंह कोहली ने बड़े लोगों को लड़कियां सप्लाई करने की बात पूछताछ में कबूल कर ली है। शुक्रवार को तीन दिन के रिमांड पर लिए जाने के बाद रांची के जगन्नाथपुर थाने में पूछताछ के दौरान रकीबुल ने सेक्स रैकेट से जुड़े कई पुलिस अफसरों और हाई प्रोफाइल लोगों के नाम भी बताए। इससे पहले उसकी पत्नी तारा सहदेव ने दावा किया था कि 15 विधायकों से उसके संपर्क हैं।

डीएसपी के पास कई बार भेज चुका है लड़कियां

रकीबुल ने पुलिस को बताया कि झारखंड के एक जिले में पदस्थापित डीएसपी जब रांची पहुंचते थे, तब उसके अशोक नगर रोड नंबर छह स्थित किराए के मकान या अशोक विहार स्थित मकान में ठहरते थे। वहां वह लड़कियों को भेजता था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार,, रंजीत ने पूछताछ में बताया कि वह उक्त दोनों आवासों का उपयोग बाहर से रांची आने वाले उन्हीं अधिकारियों को ठहराने के लिए करता था जो खातिरदारी में लड़कियों की मांग करते थे।

तारा के आरोप सही

शुरुआत के दो घंटे पूछताछ में उसने पूर्व में कही गईं बातें दोहराई। लेकिन सख्ती बरते जाने के बाद वह टूटता चला गया। रकीबुल ने तारा के उस आरोप को सही बताया, जिसमें तारा ने कहा है कि किन-किन मंत्रियों को वह स्टेशन रोड स्थित होटल में ले जाता था। देवघर के एक न्यायिक अधिकारी के ब्लेयर अपार्टमेंट में आने की बात भी कबूल की। उधर, रकीबुल की नौकरानी हरिमती ने पुलिस को बताया है कि रकीबुल और उसकी मां तारा के साथ मारपीट करते थे।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२७ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

इस्‍लाम कबूल नहीं करने पर वेश्‍यावृत्ति करवाने की धमकी देने वाला रकीबुल हसन खान गिरफ्तार

रांची – नकली हिंदू बनकर विवाह करने और पत्नी तारा सहदेव को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित करने के आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन खान और उसकी मां कौशल्या रानी कोहली उर्फ कौसर परवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। राष्‍ट्रीय स्‍तर की निशानेबाज (शूटर) तारा ने आरोप लगाया है कि रंजीत और उसकी मां उन्‍हें इस्‍लाम कबूल नहीं करने पर वेश्‍यावृत्ति करवाने की धमकी देते थे।

रांची और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार रात 10 बजे छापा मारकर दोनों को दिल्ली के सरोजनी नगर इलाके से गिरफ्तार किया। सिटी एसपी अनुप बिरथरे ने बताया कि रकीबुल के पास से लैपटॉप और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। दोनों को सरोजनी नगर थाने में रखा गया है। बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिर ट्रांजिट रिमांड पर शाम 7:30 बजे विमान से दोनों को रांची लाया जाएगा।

एयरपोर्ट से गाजियाबाद सीमा तक घेराबंदी

रकीबुल की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी और सिटी एसपी ने रांची पुलिस की एक टीम बनाई। इसमें सुखदेव नगर थाना प्रभारी रणधीर कुमार और लालपुर थाना प्रभारी शैलेश कुमार को शामिल किया गया। दोनों को रकीबुल और उसकी मां की फोटो के साथ दिल्ली भेजा गया। इससे पहले एसएसपी ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर और ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर से सहयोग मांगा था। रांची के अफसर दिल्ली में इन अफसरों से मिले। फिर पुलिस कमिश्नर ने पुलिस अफसरों की टीम बनाई, जिन्हें सादे लिबास में एयरपोर्ट से गाजियाबाद सीमा तक तैनात कर दिया गया।

और ऐसे पकड़ा गया

रांची पुलिस ने बताया कि मंगलवार को कई टीवी चैनलों ने तारा सहदेव से लाइव फोनो की थी। इसी दौरान तारा ने चैनलों को रकीबुल के तीन मोबाइल नंबरों की जानकारी दी। चैनलों ने इन नंबरों पर संपर्क करना शुरू किया। एक नंबर पर बातचीत हो गई। बातचीत में रकीबुल ने चैनल को बताया कि वह जल्दी ही रांची जाकर सरेंडर करने वाला है। बातचीत के दौरान पुलिस को रकीबुल का मोबाइल लोकेशन मिल गया और पुलिस ने छापा मारकर मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद रकीबुल ने कुछ लोगों से फोन पर बात करने की इजाजत मांगी, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२७ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

मुसलमान नहीं बनने पर पत्‍नी को वेश्‍या बनाने की धमकी देने वाले रंजीत के मंत्रियों से संबंध

रांची – राष्‍ट्रीय स्‍तर की निशानेबाज तारा सहदेव से विवाह करने के बाद उन्‍हें इस्‍लाम कबूल नहीं करने पर वेश्‍यावृत्ति  करवाने की धमकी देने के आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन खान के मंत्रियों और अफसरों से करीबी संबंध होने की बात सामने आई है। मंगलवार रात दिल्‍ली में पुलिस के हत्‍थे चढ़े रंजीत और उसकी मां कौशल्या रानी कोहली उर्फ कौसर परवीन से पूछताछ में कई और बातें सामने आने की उम्‍मीद है। इन दोनों पर तारा ने आरोप लगाया है कि वे उन्‍हें प्रताडि़त करते थे और इस्‍लाम कबूल नहीं करने पर वेश्‍यावृत्ति करवाने की धमकी देते थे। इधर, रंजीत और उसकी मां को दिल्ली की द्वारका की एक अदालत ने बुधवार को तीन दिनों की रिमांड पर रांची पुलिस को सौंप दिया है।

इससे पहले रंजीत और उसकी मां को दिल्‍ली में मेडिकल चेकअप के बाद कोर्ट में पेश किया गया। अब दोनों को झारखंड ले जाकर वहां पूछताछ की जाएगी। रंजीत के झारखंड सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों से अच्छे संबंध रहे हैं। इनमें से एक हैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी व दूसरे हैं नगर विकास मंत्री सुरेश पासवान।

अंसारी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वे रकीबुल को एक साल से जानते हैं। उन्होंने उसे अपने आवास पर आयोजित एक दावत में भी बुलाया था, जिसमें उसने कहा था कि वो इस्लाम कुबूल कर चुका है। रंजीत का कहना है कि वह सिख है, लेकिन 2007 से नवाज भी पढ़ता रहा है। रांची के गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रंजीत को कभी रांची के किसी गुरुद्वारा में नहीं देखा गया।

दिल्ली में रकीबुल ने कहा, शुरू से हूं हिन्दू

रकीबुल उर्फ रंजीत कोहली ने आज दिल्ली में पेशी के बाद पत्रकारों से पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि वो शुरू से हिंदू ही हैं। उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए धर्म परिवर्तन के सारे आरोप झूठे हैं। कोहली ने कहा कि वो सिख धर्म से आते हैं। इधर, तारा सहदेव ने बुधवार को इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की गुजारिश की है।

आइजी और डीआइजी अाते थे सिविल ड्रेस में

तारा की मानें तो झारखंड पुलिस के कई अधिकारी रंजीत के पास आते थे। पुलिस के ये अधिकारी सिविल ड्रेस में आते थे। रंजीत किसी को आइजी बताता था, तो किसी को डीआइजी। तारा का कहना है कि जज भी रंजीत के पास आते थे। लेकिन वे उन्हें देख नहीं पाती थी, क्योंकि उसे  बंद करके रखा जाता था। तारा जिसे जानती है उनमें झारखंड सरकार के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान हैं। रंजीत हमेशा कोर्ट के मामलों को मैनेज करने की भीबात करता था।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२६ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

झारखंड ‘लव जेहाद’ मामला : मोबार्इल नंबर देने के बाद भी पांच दिनों में रकीबुल को नहीं ढूंढ़ सकी पुलिस

रांची (झारखंड) – रंजीत उर्फ रकीबुल हसन खान के सभी तीनों सेल नंबर 8102777771, 9006439834 और 9931765000 कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ठ को तीन दिन पहले ही तारा ने उपलब्ध करा दिया है। इसके बाद भी रंजीत और उसकी मां कौसर परवीण को गिरफ्तार में पुलिस अबतक विफल रही है। इससे तारा और उसके परिजनों के साथ आम लोगों में भी भारी अंसतोष है।

इस संदर्भ में तारा और आमजनों ने पुलिस की गतिविधि पर संदेह जताया है। सोमवार को नेशनल मीडिया के साथ बातचीत में तारा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि झारखंड पुलिस के कुछ सीनियर अफसरों का संरक्षण रकीबुल और इस घटना में शामिल आरोपियों को मिल रहा है। मालूम हो कि यह मामला संगीन अपराध का है।

तारा को फोन पर मिल रही है धमकी

पुलिस बिना किसी अदालत के आदेश के आरोपी रकीबुल को गिरफ्तार कर सकती है। दूसरी तरफ पीड़ित तारा व उसके भाई को सेल फोन पर रांची छोड़ने की धमकी दी जा रही है। तारा और उसके भाई द्वेद नाथ सहदेव ने सोमवार को बताया कि उसके और उसकी बहन के सेल फोन पर रांची से बाहर चले जाने की धमकी दी जा रही है। तारा सहदेव और उसके भाई ने पुलिस की कार्रवाई पर संदेह जताया और कहा है कि पुलिस इस मामले में ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२५ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

बाहर भाग गया रकीबुल : एसएसपी

रकीबुल व उसकी मां के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

तारा सहदेव से विवाह करने और उसे धर्मांतरण के लिए शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देने के मामले में फरार रकीबुल हसन खान और उसकी मां कौसर परवीन को गिरफ्तार करने के लिए हिंदपीढ़ी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तारी वारंट ले लिया। इस संबंध में मामले के जांच पदाधिकारी द्वारा सीजेएम रांची की अदालत में आवेदन देकर अनुरोध किया गया था। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने अनुरोध को स्वीकार करते हुए अविलंब गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।

एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा, फरार रकीबुल ने अपने तीनों सेलफोन को स्विच ऑफ कर रखा है। उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रहा है। रकीबुल अपनी मां के साथ राज्य से बाहर भाग गया है। पुलिस की टीम तो बनायी गई है, लेकिन सारे प्रयास अबतक विफल रहे हैं। उसके फोन को सर्विलांस पर रखा गया है। 

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२५ अगस्त २०१४, भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

लव जेहाद: रकीबुल के फ्लैट का पुलिस ने तोड़ा ताला, दलाली में कमाए करोड़ों

रांची (झारखण्ड) – मेन रोड स्थित ब्लेयर अपार्टमेंट के आर ब्लॉक में रहनेवाले रकीबुल हसन के फ्लैट नंबर 4 डी का ताला पुलिस ने तोड़ा। सोमवार की शाम पांच बजे दंडाधिकारी शीलवंत भट्ट व कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट के समक्ष ताला तोड़ा गया। इससे बाद सामानों की तलाशी ली गई और उसे जब्त किया गया। पुलिस ने बताया कि फ्लैट से चौंकानेवाले सरकारी दस्तावेज मिले हैं, जिससे स्पष्ट हुआ है कि दलाली में करोड़ों रुपए रकीबुल ने कमाए हैं। इसकी जांच चल रही है।

जब्त सामानों में गीता और कुरान भी है। दूसरे कमरों से दो लैपटॉप व ब्रांडेड जूते मिले हैं। प्रत्येक लैपटॉप को ऑन करने के बाद पुलिस को कोई सुराग मिल सकता है। इसके अलावा काफी पेपर भी मिले हैं। पुलिस का कहना है कि कागजात कौशल बायोटेक नामक एनजीओ से संबंधित है। इसके अलावा कई बेरोजगार लोगों की नौकरी से संबंधित बायोडाटा भी मिला है।

पुलिस की कार्यशैली पर परिजनों ने जताया संदेह

पीड़ित तारा के परिजनों का कहना है कि जिस सील फ्लैट का ताला तोड़ने पुलिस जा रही थी, इसकी पूर्व सूचना भी हमलोगों को नहीं दी गई। ताला तोड़ने के समय न तो पीड़िता तारा मौजूद थी और न ही मीडिया को इसमें शामिल किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए हाइड एंड सीक का खेल खेल रही है। पुलिस ने आर ब्लॉक के चारों ओर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था, ताकि मीडिया या कोई बाहरी वहां नहीं आ सके।

तारा सामने रहती तो कुछ और जानकारी मिलती

तारा का कहना है कि पुलिस उसके सामने कार्रवाई करती और जब्त सामानों की सूची बनाती तो पता चलता कि उसका भी सामान वहां है। पुलिस जानबूझ कर मामले को अंधेरे में रखना चाहती है। उसने बताया कि घर में मक्का मदीना की भी तस्वीर है, लेकिन उसे छिपाया जा रहा है। इस तरह से आरोपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। इसके पीछे बड़ी साजिश बताई जा रही है। वैसे पुलिस ने कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग की है। शंका जताई गई है कि भागने के क्रम में रकीबुल नकदी व अन्य कीमती सामान व जेवरात लेकर फरार हो गया है।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


नेशनल शूटर तारा ने खोले कई राज, सिंदूर लगाने पर पति रकीबुल हसन ने लगा रखी थी पाबंदी !

२५ अगस्त २०१४, भाद्रपद अमावस्या , कलियुग वर्ष ५११६

रांची (झारखंड) – हिंदू बनकर धोखे से विवाह करने वाले रकीबुल उर्फ रंजीत कुमार कोहली और उसकी मां की कैद से बच कर निकली नेशनल शूटर तारा सहदेव को सुहाग की निशानी सिंदूर लगाने पर भी पाबंदी थी। पति और सास से छुपकर बालों के अंदर वह सिंदूर लगाती थी। सिंदूर लगाने का विरोध दोनों मां-बेटा करते थे। कहते थे, सिंदूर लगाई तो हाथ तोड़ देंगे। दोनों इस्लाम धर्म कबूल कराने पर अड़े थे। वो धमकी देते थे कि तुम्हारे सामने दो ही रास्ते हैं, या तो इस्लाम धर्म स्वीकार करो या फिर बिस्तर यही रहेगा, लेकिन आदमी बदलता रहेगा।

कई लड़कियों से खेलता थातारा कहती है, “विवाह से पहले बड़े अफसरों के साथ पीली बत्ती में बॉडीगार्ड के साथ आने वाला रकीबुल विवाह के लिए प्रभावित करने के कई हथकंडे अपनाता था। अपना धौंस जमाने के लिए वह शूटिंग रेंज के लिए फंड दिलवाने का भरोसा दिलाता था, पर विवाह होते ही पहली रात में ही उसके रंग-रूप बदल गए और वास्तविकता सामने आने लगी।”

तारा ने बताया,  “रकीबुल कई लड़कियों के साथ खेलता था। एक दिन मेरे सामने ही दो-तीन बच्चियां आई थीं। कुछ दिनों के बाद कॉलेज में उनका एडमिशन करा दिया गया। रकीबुल उनके साथ अच्छे से तैयार होकर जाता था। उसके बाद वह गार्ड मंगा लेता था। उसके लिए गाड़ी भेज दी जाती थी। वह ऐसा व्यवहार करता था कि मानो उससे अच्छा और प्रभावशाली इंसान हो ही नहीं सकता। एक बार तो उनसे पूछा कि अगर हमारी विवाह नहीं हुई होती, तो क्या आप लोग हमसे विवाह करतीं।”

लड़कियों ने कहा, “सर, आपके जैसे इंसान के साथ कौन नहीं विवाह करना चाहेगा। इसपर उसने कहा, मेरे बहुत सारे दोस्त हैं।”

रात में बातें करता था अपने सरकार से 

रकीबुल की गतिविधियां रात में डरावनी हो जाती थीं। उसकी मां उसमें सहयोग करती थी। रात में ही वह अपने सरकार (अपने बॉस) से बातें करता था। जब भी वह बात करता था, तो किसी का नाम नहीं लेता था। वह सिर्फ सरकार-सरकार शब्द से संबोधित करता था। तारा बताती है कि वह पांच-छह मोबाइल फोन रखता है। उसमें सिम बदल-बदलकर बातें करता था। उसके पास ढेरों सिम कार्ड हैं। उसके घर में बैग में भरकर पैसे आते थे।

अब मैं वहां नहीं जाना चाहती

तारा ने कहा कि अब पता चला कि दरिंदगी क्या होती है। पहले सिर्फ सुना करती थी। अब मैं वहां नहीं जाना चाहती हूं। नाम बदल दिया जाता, पहचान छुपा दी जाती। ऐसी जगह रखा जाता कि वहां से निकलना मुश्किल हो जाता। वह तो मेरी मां का आशीर्वाद है कि मैं वहां से निकली। फटा कपड़ा पहनने को दिया जाता था।

रकीबुल के ठाठ पर रोजाना था एक लाख रुपए का खर्च

रकीबुल खान जहां रहता था, वहां पड़ोसियों के घर तो खुद नहीं जाता था, लेकिन उसकी मां कौशल्या रानी कोहली पड़ोसियों के घर आया-जाया करती थी। ब्लेयर स्थित फ्लैट नंबर ४डी में वह रहता था। एक रिटायर आईएफएस अफसर व रकीबुल के पड़ोसी ने बताया कि कौशल्या रानी बताती थीं कि पहले वे लोग हिंदू थे। रकीबुल का नाम रंजीत सिंह कोहली था। वह काफी पूजा-पाठ करता था, लेकिन वह अपने जीवन में मनमाफिक तरक्की नहीं कर पा रहा था। तकरीबन पांच साल पहले अचानक एक दिन उसने सभी देवी-देवताओं की तस्वीरों को मंदिर में रख दिया और मक्का मदीना का फोटो घर में रखने लगा।

पड़ोसी ने बताया कि रकीबुल छह महीने में एक बार हज पर जाता था। जब से उसने इस्लाम धर्म कबूला, उसकी तरक्की दिन दूनी और रात चौगुनी होने लगी। उसकी मां की बातों को सुन पड़ोसी भी दंग रह गए थे, क्योंकि जिस तरीके की बात वह बताती थी, उस हिसाब से पैसे भी उसके घर में आने लगे थे।

धर्म नहीं बदलेगी तो बर्बाद कर देंगे

तारा ने रविवार को सांसद रामटहल चौधरी और डीआईजी प्रवीण सिंह को आपबीती सुनाई। वह अभी भी बातें करते हुए कांपती है। तारा बताती है कि उसके बाएं हाथ पर ही वह हथियार से प्रहार करता था। वह कहता था कि धर्म परिवर्तन नहीं करोगी तो तुम्हारी प्रतिभा बरबाद कर देंगे। वह अक्सर उसे केहूनी से ही मारता था। वह कहता था कि दुनिया में तुम्हारा नाम न हो, इसके लिए जो भी होगा करेंगे।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


२४ अगस्त २०१४, भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६

झारखंड में ‘लव जेहाद’ की शिकार बनी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर

इस्लाम नहीं कबूलनेपर कुत्तों से कटवाया !


तारा सहदेव

रांची (झारखण्ड) – झारखंड की राजधानी रांची में ‘लव जेहाद’ का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ि‍त तारा सहदेव एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज हैं। तारा के अनुसार, इस साल ७ जुलाई को उनकी विवाह शहर के रेडिशन ब्लू होटल में रंजीत सिंह कोहली नाम के एक व्यक्ति से हुई थी। लेकिन विवाह के बाद से ही उस पर जानवरों की तरह अत्याचार होने लगे। तारा को जब पता चला कि उसके पति का नाम रंजीत सिंह, नहीं बल्कि रकीबुल हसन है, तो उस जुल्म की इंतेहा कर दी गई। तारा पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया जाने लगा। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज की ली है।

७ जुलाई को हिन्दू रीति-रिवाज के साथ तारा और रंजीत की विवाह हुई थी। विवाह के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा बेहद खुश थी, उसकी विवाह एक निजी कंपनी के मालिक रंजीत से हो रही थी। लेकिन विवाह के एक महीने बाद ही हालत ये है कि तारा ठीक से चल भी नहीं पा रही है। पति ने उसे किस हद तक प्रताड़ित किया है यह तो तारा के शरीर के जख्मों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उसकी तमन्ना थी कि वो शूटिंग में देश का नाम रोशन करे, लेकिन उसके अपने पति ने ही उसे अपने पैरा पर खड़ा होने लायक भी नहीं छोड़ा। असल में तारा की दिल दहला देने वाली कहानी झूठ, फरेब और मक्कारी की घिनौनी दास्तान है।

तारा का आरोप है कि उसके पति ने उसे बंदूक की नोंक पर रखकर जबरदस्ती उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए। असल में तारा को अपने पति की हकीकत तब पता चली जब उनके घर इफ्तार पार्टी का एक निमंत्रण आया। विवाह के बाद तारा के ससुराल में एक दिन झारखंड के एक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की तरफ से इफ्तार पार्टी का निमंत्रण आया, इसमें जनाब रकीबुल हसन खान के नाम का संबोधन था, जिसे देखकर तारा चौंक उठी। इसके बाद हकीकत परत दर परत खुलती चली गई।

तारा ने बताया कि उनके बीच दरार तब और गहरा गई जब ९ जुलाई को उसके पति ने २०-२५ हाजियों को घर बुलाया और उस पर जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया। इस दौरान विरोध करने पर उसे न सिर्फ बुरी तरह मारा गया, बल्कि कई बार कुत्ते से कटवाया भी गया, ताकि वह डर से धर्म परिवर्तन कर ले। यही नहीं जुबान खोलने पर उसके भाई को मरवा डालने की धमकी तक दी गई। रक्षाबंधन के दिन वो किसी तरह रांची के किशोरगंज इलाके में स्थित अपने मायके गई और मौका पाकर कागज के टुकड़े में अपनी व्यथा लिखकर मेज की दराज में छोड़ आयी। उसे लगा था कि किसी की नजर पड़ेगी तो वे उसकी मदद के लिए आएंगे। लेकिन यहां भी उसकी किस्मत दगा दे गई।

आखि‍र १७ अगस्त को उसने घर में काम करने वाले एक नौकर से मोबाइल लेकर अपने भाई को अपना दुखड़ा सुनाया। इसके साथ ही उसने अपने भाई से कहा कि वह पुलिस लेकर ही उसके घर आए। तारा को डर था कि उसका भाई अकेला आया तो ऊंचे रसूक वाला उसका पति उसके भाई को किसी मामले में फंसा देगा। तारा के अनुसार उसके पति रंजीत उर्फ रकीबुल की राजनीति और न्यायिक हलकों में अच्छी पैठ है।

तारा की रंजीत से मुलाकात होटवार स्टेडियम में हुई थी, जहां वो शूटिंग की प्रैक्टिस के लिए अक्सर जाया करती थी। यहीं पर रंजीत ने तारा को सबके सामने पसंद करने व विवाह का प्रस्ताव दे दिया था। १४ जून को रंजीत कुमार कोहली ने उसे घर पर डिनर के लिए बुलाया, इसके ठीक एक दिन बाद १५ जून को एक दोस्त के निमंत्रण पर तारा उसके घर डिनर के लिए पहुंची। वहां रंजीत भी पहले से ही मौजूद था, उसने तारा को अंगूठी व कंगन पहना दिया और विवाह की तारीख तय करने की बात कही। इसके बाद 20 जून को दोनों की सगाई हुई और सात जुलाई को दोनों विवाह बंधन में बंध गए। लेकिन उसे यह पता नहीं था की मेहंदी का रंग उतरने के पहले ही उस पर सितम ढाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

FIR के बाद से रंजीत कुमार कोहली उर्फ रकीबुल अपने मां के साथ फरार है। हालांकि पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले में फूंक-फूंककर कदम उठा रही है और ज्यादा बोलने से कतरा रही है। मामले के खुलासे के बाद झारखंड में खेलों से जुड़े संगठनों ने सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं नकली हिंदू बनकर विवाह रचाने के मामले में हिन्दू संगठनों ने भी सड़क पर उतरने का मन बना लिया है।

स्त्रोत : आज तक

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