आगरा – उत्तरप्रदेश के आगरा के सबसे संवेदनशील क्षेत्र मंटोला में गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद के महानगर उपाध्यक्ष अरुण माहौर (४५) की जिहादीयोंद्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह नाला क्षेत्र के शिव मंदिर में पूजा कर अपनी दुकान गणेशीलाल फर्नीचर पर जा रहे थे। बताया गया कि रास्ते में पांच लोगों ने उन्हें घेरकर मार डाला।
आरोपियोंके विरूद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है । इनमें से चार को देर रात पकड लिया गया। आरोप है कि, पुलिस से गोहत्या की शिकायत करने पर अरुण की हत्या की गई। एक आरोपी ने तो सुबह सात बजे उन्हें आज ही मार डालने की घोषणा भी की थी।
अरुण मूलरूप से मंटोला के रहने वाले थे। पिछले तीन सालों से आवास विकास कालोनी के सेक्टर तीन में रह रहे थे। उनकी हत्या का पता चलते ही मंटोला और आसपास सांप्रदायिक तनाव फैल गया।
आक्रोशित बजरंग दल के कार्यकर्ताआें ने वहां से जा रहे अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोगों के साथ मारपीट की गई। जब पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेडने का प्रयास किया किंतु उनका विरोध करना शुरु ही था ।
विहिप नेताओं की मांग है कि, जैसे दादरी के अखलाक की हत्या पर उसके परिवार को ४५ लाख मुआवजा, नौकरी और फ्लैट दिए गए, वैसे ही अरुण के परिवारीजनों की मदद की जाए। उधर, प्रशासन की ओर से १५ लाख मुआवजा मिलने के बाद रात नौ बजे अरुण के शव का दाह संस्कार कर दिया गया।
थाना मंटोला में अरुण के भाई विनोद कुमार ने राजा, शाहरुख, इम्तियाज, दिलशान और आबिद के विरूद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। इनमें शाहरुख को मुख्य आरोपी है।
अरुण के पिता राजेश माहौर ने बताया कि, गोहत्या का विरोध करने पर चार वर्ष पहले अरुण की दुकान में आग लगा दी गई थी। इसके बाद उन्होंने मंटोला स्थित पैतृक घर छोड दिया था और आवास विकास के सेक्टर तीन में रहने लगे थे। जिहादी कसार्इयों ने उन्हें कई बार धमकी दी थी।
सूत्रों के अनुसार हत्यारोपी शाहरूख समाजवादी पार्टी के पार्षद का छोटा भाई है।
स्त्रोत : अमर उजाला