भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
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त्रिवेंद्रम (केरल) – केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार ने प्रदेश में पूरी तरह से शराब पर निषेधाज्ञा लागू करने का फैसला किया है। प्रदेश के सभी बार अगले साल बंद कर दिए जाएंगे। सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में चल रहे ३१२ बारो के लाइसेंसो का ३१ मार्च २०१५ के बाद नवीनीकरण नहीं किया जाएगा।
सरकार एक अप्रेल २०१५ से सिर्फ पंच सितारा होटलों को ही बार चलाने के लिए लाइसेंस देगी। इसका मतलब यह है कि चार और तीन सितारा होटलों के लाइसेंस अपने आप निरस्त हो जाएंगे। हालांकि, ऎसा करने से पहले राज्य सरकार कानूनी राय लेगी की क्या इन बारों तुरंत प्रभाव से बंद किया जा सकता है या नहीं।
फैसले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि राज्य सरकार नई शराब नीति लेकर आएगी जिसमें बताया जाएगा की किस तरह प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी लागू की जाएगी। इस नीती पर यूडीएफ के सभी घटक दलो ने फैसला लिया और इसपर अंतिम मुहर कैबिनेट मीटिंग पर लगाई जाएगी।
राज्य सरकार अपना फैसला केरल हाई कोर्ट को बताएगी जहां बंद किए गए ४१८ बारों के मालिकों ने केस दर्ज कर रखा है और मामले की अगली सुनवाई २६ अगस्त को होगी।
यूडीएफ ने अगले दस सालों में प्रदेश के सभी पेय पदार्थो के बिक्री केंद्र बंद करने का फैसला किया है। हर साल दस प्रतिशत बिक्री केंद्र बंद किए जाएंगे ताकि दस सालों में ऎसे सभी केंद्रों को बद कर दिया जाए। सरकार ने ऎसे केंद्रों मे काम करने वाले कर्मचारियों के लिए पुर्नवास पैकेज की घोषणा की है।
स्त्रोत : पत्रिका