मेरठ : मेरठ में हिंदुओं के विरोध में नारेबाजी करनेवाले एमआयएस पार्टी के स्थानिय नेता डाॅ. वलीउर्रहमान को पुलिस ने बन्दी बनाया गया है।
बता दें कि, कि मेरठ के सरधना में हाल ही में कुछ लोगों ने हिंदू विरोधी नारेबाजी की थी। जिस कारण वातावरण बहुत तनावपूर्ण हो गया था और कुछ क्षेत्रों में तो धारा १४४ भी लगानी पडी थी। पीएसी सैनिकों को साथ लेकर सीओ ब्रिजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने धर्मांधो के घरों पर छापा भी मारा है किंतु उन्हें पकडा नहीं जा सका। अपराध प्रविष्ट होने के बाद सभी आरोपी गांव छोडकर भाग गए।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के प्रदर्शन स्थलपर हिंदू धर्म विरोधी नारेबाजी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआइएमआइएम) के नगर अध्यक्ष डा. वलीउर्रहमान, जाट आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के तहसील अध्यक्ष अमित गौतम, तहसील महासचिव गौरव पार्चा और डा. वलीउर्रहमान शामिल थे जिसमे कई अज्ञात पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
वहीं दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल कार्यकर्ता विधायक संगीत सोम के आवास पर एकत्र हुए और विभाग संगठन मंत्री सुदर्शन चक्र महाराज व विभाग छात्र प्रमुख मिलन सोम के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए थाने पहुंचे।
हिन्दू विरोधी नारे लगाने वालों पर रासुका में कार्रवाई की मांग को लेकर हिन्दू स्वाभिमान संस्था के पदाधिकारियों ने कल पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
सरधना में प्रदर्शन के दौरान हिंदू धर्म के विरोध में नारे लगाना पहले से ही तय था। प्रदर्शन से कई घंटे पहले ‘हिंदू धर्म मुर्दाबाद’ लिखी तख्ती क्षेत्र भाटवाडा के अंबेडकर भवन में तैयार की गई थी।
साथ ही एमआयएम अध्यक्ष डाॅ. वलीउर्रहमान का वह झूठ भी पकड में आया जिसमें उन्होंने इस मामले की जानकारी होने से इनकार किया था, दरअसल ‘ हिंदू धर्म मुर्दाबाद’ लिखी तख्ती काफी देर तक डा. वलीउर्रहमान के हाथ में ही थी। प्रदर्शन में कई बच्चों को भी मामूली लालच देकर शामिल किया गया था।
स्त्रोत : रिव्होल्ट प्रेस