हिन्दू भक्तोंद्वारा दिए गए दान का प्रती एेसी उदासिनता दिखानेवाले मंदिर समिती के संबंधित सदस्योंपर कार्यवाही हाेनी चाहिए, एेसी हिन्दुआेंकी अपेक्षा है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
पूर्णिया : मंदिर की नई और पुरानी समिति के बीच की आंतरिक मतभेद में दानपेटी में रखे २ लाख से अधिक रुपए सड-गल गए । अब नई समिति मंदिर को हुए आर्थिक नुकसान के लिए प्रशासन से लेखा देयता निश्चित करने और इसकी भरपाई की मांग कर रही है । समिति ने इसके लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का भी निर्णय लिया है । प्रकरण शहर के ततमा टोली श्री राम जानकी गोकुल सिंह ठाकुरबाडी का है जो बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अधीन है ।
गत ४ वर्ष से दानपेटी की चाबी तत्कालीन समिति के अधिकार में थी और इस बीच दानपेटी को खोला नहीं गया था । नई समिति को संघर्ष के बाद इसी महीने जब चाबी सौंपी गई तब दान में लाखों रुपए के सडने-गलने की बात सामने आइ । इस मुद्दे को लेकर इस ठाकुरबाडी के संस्थापक सह उपाध्यक्ष रोहित यादव ने जिम्मेदारी का प्रश्न उपस्थित किया है । उनका कहना है कि, प्रशासन निश्चित करे कि किसकी लापरवाही से भक्तों के दान के पैसे सड-गल गए और किसने भक्तों की भावनाओं पर आघात किया । यादव ने कहा कि, यदि प्रशासन ने पहल नहीं की तो वह न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे । २००८ में पुरानी समिति भंग हो गई थी ।
दान पेटी में सालाना औसतन ५० हजार रुपए आते रहे हैं । इस हिसाब से देखा जाए तो दो २ लाख से अधिक रूपयोंका नुकसान है । इस नुकसान की भरपाई के लिए कानून की मदद ली जाएगी ।
संदर्भ : लाइव हिंदुस्थान