देहली में जंतरमंतर पर हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा मुंबई मिरर के ‘वैचारिक आतंकवाद’ का विरोध ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ के माध्यम से व्यक्त
सनातन के संस्थापकोंको अपकीर्त करनेवाला झूठा समाचार, मुंबई मिररद्वारा प्रकाशित किए जाने का प्रकरण
देहली : हिन्दुद्वेषी ‘मुंबई मिरर’ इस दैनिक के २५ फरवरी के मृखपृष्ठपर सुपारीबाज पत्रकार श्रीमती अलका धूपकर एवं धर्मेंद्र तिवारी इन्होंने सनातन संस्था के संस्थापक, परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के संदर्भ में अवमानना करनेवाला झूठा समाचार प्रकाशित किया।
इस वैचारिक आतंकवाद के विरोध में यहां के जंतरमंतर पर विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा २८ फरवरी के दिन राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया। इस समय हिन्दु धर्माभिमानियोंने इन सुपारीबाज पत्रकारोंको उनके पदसे त्वरीत हटाने की मांग की।
इस आंदोलन के पश्चात धर्माभिमानी हिन्दूओंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव तथा इंडियन प्रेस कौन्सिल इन्हें ज्ञापन प्रस्तुत किये।
इस आंदोलन में हिन्दु जनजागृति समिती समेत सनातन संस्था, वैदिक उपासनी पीठ, गौरक्षा दल झुंझुनू; राजस्थान, योग वेदांत समिती आदि हिन्दुत्ववादी संगठनोंके कार्यकर्ताओंसहित अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।
क्षणचित्र : इस ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में ७० वर्ष से भी अधिक आयु की श्रीमती पारूल भट्टाचार्य उपस्थित थीं।
ये, कैसे पत्रकार हैं ?
टाइम्स ग्रुप के मुंबई मिरर ने किया पूज्य डॉ. आठवलेजी का अनादर॥
संतोंके निंदा करनेवाले समाचारपत्र चलानेवालोंके कौन हैं फादर ?
पत्रकारोंको किसने दिया पैसा, सनातन संस्थापर आरोप लगाने का ?
क्यों भूल रहे हैं वे अपना धर्म, लोगों में धर्म एवं राष्ट्रप्रेम जगाने का ॥
झूठ लिखनेवाले अलका धूपकर एवं धर्मेंद्र तिवारी, यह कैसे हैं पत्रकार ?
विश्वकल्याण में रत संतोंकी निंदा करनेवालोंका बार बार है धिक्कार ॥
अहिन्दूओंके सिद्ध हुए अपराधोंपर लिखने से तो बहुत डरते हो।
और, हिन्दू साधु-संतोपर झूठे आरोप लगाकर उन्हें अपकीर्त करते हो ॥
कहे कवि मानव बुद्धदेव, संभल जाओ अन्यथा …।
एक दिन दुनिया थूकेगी तुमपर, तब पछताकर रोना पड सकता है॥
– श्री. मानव बुद्धदेव, अमरावती, महाराष्ट्र
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात