श्री महालक्ष्मी मंदिर का प्रसाद महिला कैदियोंद्वारा बनवाने का अनुचित निर्णय
कोल्हापुर के निवासी उपजिलाधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुत
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) : स्वास्थ्य की दृष्टि से कारागृह अस्वच्छ होने के साथ-साथ आध्यात्मिक दृष्टि से तमप्रधान भी होता है।
ऐसा होते हुए भी भक्तोंको विश्वास में लिए बिना ही मंदिर समिति के अध्यक्ष तथा जिलधिकारी डॉ. अमित सैनीद्वारा किसी की चिंता न कर करागृह की महिला कैदियोंद्वारा श्री महालक्ष्मी देवी मंदिर हेतु आवश्यक प्रसाद के लड्डू बनवाने का इकांगी निर्णय लिया गया है।
इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति के नेतृत्व में निवासी जिलाधिकारी श्री. बर्गे को श्री महालक्ष्मी मंदिर का प्रसाद महिला कैदियोंद्वारा नहीं, अपितु देवी के प्रति सेवाभावयुक्त भक्तोंसे बनवाने के संदर्भ में मुख्यमंत्री के नाम पर एक ज्ञापन दिया गया।
यह ज्ञापन देते समय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष श्री. संभाजी साळुंखे और शहरप्रमुख श्री. महेश उरसाल, हिन्दू एकता के श्री. शिवाजीराव ससे, हिन्दू धर्माभिमानी सर्वश्री ज्ञानेश्वर अस्वले, अक्षय वळके, शिवसेना की युवासेना के श्री. रणजीत आयरेकर, हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री मधुकर नाजरे, सुरेश घाटगे एवं शिवानंद स्वामी उपस्थित थे।
इस अवसर पर की गई मांगें ….
१. मंदिर समितिद्वारा प्रसाद बनाने की सेवा कारागृह की महिला कैदियोंको न दें। उनके स्थान पर सत्त्वगुणी भक्तोंद्वारा सेवा के रूप में उसे बनवा लें।
२. श्री महालक्ष्मी देवी पर आस्था रखनेवाले एवं शुचिर्भूतता के सभी नियमोंका आचरण कर प्रसाद बनाने की सेवा करने की इच्छा रखनेवाले अनेक महिला बचत गुट कोल्हापुर में कार्यरत हैं। मंदिर व्यवस्थापन को उनका भी विचार करना चाहिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात