जलालाबाद : अफगानिस्तान में बुधवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला आक्रमण किया गया। पूर्वी नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में हुए इस आक्रमण में दो की मौत हो गई और १९ अन्य घायल हो गए। मृतकों में एक अफगान पुलिस अधिकारी और एक महिला है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि, भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं। अफगान सुरक्षा बलोंने जवाबी कार्रवाई में चार आत्मघाती हमलावरोंको मार गिराया।
चश्मदीदोंने बताया कि, एक आक्रमणवर ने विस्फोटक लदी कार के साथ स्वयं को दूतावास के करीब उडा लिया। इस से आसपास की इमारतोंके दरवाजे और खिडकियां टूट गईं। आठ कार राख हो गए। धमाके के बाद पूरा क्षेत्र गोलियोंकी आवाज से गूंज उठा। नांगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्लाह खुग्यानी ने बताया अफगान सुरक्षा बलोंने जवाबी कार्रवाई करते हुए चार आत्मघाती हमलावरोंको दूतावास परिसर में प्रवेश करने से पहले मार गिराया।
आक्रमण की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। इस से पहले जनवरी में इसी क्षेत्र में पाकिस्तान वाणिज्य दूतावास पर हुए आक्रमण की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। नांगरहार प्रांत में इस बर्बर आतंकी संगठन का प्रभाव तेजी से बढा है। काबुल और कुनार में फिदायीन हमलोंके चंद दिन बाद हुए इस आक्रमण से अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया बहाल करने की कोशिशोंपर भी सवाल उठने लगे हैं।
निशाने पर भारत
३ जनवरी २०१६ : चार आतंकियोंने मजार-ए-शरीफ स्थित वाणिज्य दूतावास पर हमला किया।
२३ मई २०१४ : हेरात में वाणिज्य दूतावास पर हमला। सुरक्षा बलोंने चार आतंकियोंको मार गिराया।
३ अगस्त २०१३ : जलालाबाद में वाणिज्य दूतावास पर आत्मघाती हमला। छह बच्चों समेत नौ की मौत।
२६ फरवरी २०१० : काबुल के उपनगरीय इलाके में धमाकों और गोलीबारी में नौ भारतीयोंकी मौत।
८ अक्टूबर २००९ : काबुल में भारतीय दूतावास के पास आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ाया। १७ की मौत।
७ जुलाई २००८ : काबुल में भारतीय दूतावास के बाहर कार बम धमाके में ५८ की मौत, १४० जख्मी।
पाकिस्तान में धमाका, अमेरिकी वाणिज्य दूतावास कर्मचारियोंकी मौत
पाकिस्तान में धमाके में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के दो स्थानीय कर्मचारियोंकी मौत हो गई। धमाका मादक पदार्थ विरोधी अभियान के दौरान बुधवार को पेशावर में हुआ। मृतक कर्मचारी अमेरिकी मिशन के नारकोटिक्स अफेयर्स सेक्शन (एनएएस) में काम करते थे। इनकी पहचान एनएएस अधिकारी फैसल खान और उनके चालक आबिद शाह के तौर पर हुई है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने इनकी मौत की पुष्टि की है। न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार जमातुल अहरार नामक आतंकी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी ली है। यह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग होकर बना एक समूह है।
स्त्रोत : नई दुनिया