कहा अपने श्रद्धास्थानोंका अवमान होनेपर संगठित होकर विरोध करनेवाले मुसलमान, तो कहा हिन्दू धर्म के श्रद्धास्थानोंपर हो रहे अवमान के विरूद्ध साधारण निषेध भी न करनेवाले निद्रिस्त हिन्दू ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के इलमबाजार क्षेत्र में पुलिस और मुसलमान समुदाय के बीच हुए झगडे में एक की मौत हो गई । इस घटना में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए ।
हिंसा पैंगबर मोहम्मद को लेकर कथित आपत्तिजनक पोस्ट की कारण हुई । इसके बाद जिहादीयोंने थाने में तोडफोड की । वहीं पुलिस पर आरोप है कि, पुलिसने मस्जिद को निशाना बनाया । मृतक की पहचान रेजुल इस्लाम के रूप में हुई है । एमएच-६० ब्लॉक करने के समय उसकी मौत हो गई । वहीं पोस्ट करने वाले व्यक्ति सुजान मुखर्जी को सोमवार को बन्दी बनाया गया ।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘सुजान को पकडे जाने के अगले दिन हिंसा हुई । थाने के बाहर मुसलमानोंकी भीड इकट्ठा हो गई । भीड ने सुजान को उन्हें सौंपने की मांग की । वे खून के प्यासे थे । भीड पर नियंत्रण पाने के लिए हमें आंसू गैस के गोले छोडने पडे ।’
वहीं पंचायत समिति सदस्य अबुल कलाम ने थाने में धर्मांधोंद्वारा की गर्इ तोडफोड के आरोप को अस्वीकार किया । उन्होंने कहा कि, बाहरी लोगों ने थाने पर आक्रमण किया । (उलटा चोर कोतवाल को डांटे ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
भगबतीपुर के मुसलमानों ने पुलिस पर आरोप लगाया है की, नमाज के समय मस्जिद में घुसकर पुलिस ने उनसे मारपीट की । मदरसे के प्रधान अध्यापक मोनीरुल इस्लाम ने बताया,’जब नमाज चल रही थी तब पुलिस मस्जिद में घुसी । उन्होंने नमाज पढनेवालों को घसीटा और पीटा ।’ पुलिस ने इस बात को अस्वीकार किया है । इसी बीच कुछ लोगों ने सुजान मुखर्जी के घर पर भी आक्रमण किया । इन लोगों ने मकान को नुकसान पहुंचाया । पुलिस का दावा है कि, अब स्थिति नियंत्रण में है ।
संदर्भ : जनसत्ता