भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६
मिलिंद एकबोटेको उम्मीदवारी देनेकी मांग
![]() मार्गदर्शन करते हुए श्री. मिलिंद एकबोटे |
पुणे (महाराष्ट्र) – विधानसभा चुनावकी पार्श्वभूमिपर अनेक कांग्रेस नेता भाजपमें आने लगे हैं, जिनमें एक हैं, शिवाजीनगरके विधायक विनायक निम्हण । पता चला कि वे शिवाजीनगरसे विधानसभाका चुनाव लडनेको इच्छुक हैं । इस पार्श्वभूमिपर निम्हणकी उम्मीदवारीका विरोेध करने हेतु २७ अगस्तको नमो व्यासपीठद्वारा मॉडर्न माध्यमिक विद्यालयमें एक सभा आयोजित की गई । इस अवसरपर भाजपाद्वारा प्रखर हिन्दूनिष्ठ श्री. मिलिंद एकबोटेको उम्मीदवारी देनेकी मांग की गई । इस अवसरपर प्रखर हिन्दूनिष्ठ एवं भूतपूर्व उपमहापौर श्री. सुरेश नासिककर, ज्येष्ठ विधिज्ञ अधिवक्ता श्री. दादासाहेब बेंद्रे, राष्ट्रीय कीर्तनकार श्री. चारुदत्त आफले, स्वरूपवर्धिनीके श्री. ज्ञानेश पुरंदर तथा समस्त हिन्दू दलके कार्याध्यक्ष श्री. मिलिंद एकबोटे उपस्थित थे ।
श्री. नासिककरने कहा कि अन्य पक्षसे आयात किए लोगोंको भाजपा उम्मीदवारी न दें । कांग्रेसमुक्त भारतका घोष करते समय कांग्रेसी ही भाजपामें प्रवेश करने लगे हैं, तो भाजपाका क्या होगा ? धर्मकारण करनेवालोंकी अपेक्षा स्वार्थी राजनीति करनेवाले निम्हणको यदि उम्मीदवारी दी गई, तो उन्हें पराजित करनेमें संकोच नहीं करेंगे ! श्री. आफलेने अपना मत प्रस्तुत करते हुए कहा कि धर्मकी ओरसे लडनेवाले श्री. एकबोटेको चुनाव लडनेका अवसर मिलना चाहिए ।
श्री. एकबोटेने विनायक निम्हणद्वारा समय-समयपर होनेवालें हिन्दुत्वविरोधी कार्योंकी पद्धतिके संदर्भमें बौछाड / भरिमार की । उन्होंने कहा कि भाजपामें अनेक समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ चुनाव लडने हेतु इच्छुक हैं । किसीको भी उम्मीदवारी मिलनेपर उन्हें चाहिए कि वे गोरक्षाका कार्य अधिक प्रभावी रूपसे करे ।
इस अवसरपर हज हाउसको विरोध करनेके कारण दो बार जानलेवा आक्रमण होकर भी हिन्दुत्वका कार्य अधिक तीव्रतासे करनेवाले श्री. अभिजीत वाघचौरेका अधिवक्ता दादासाहेब बेंद्रेके शुभहाथों सम्मान किया गया ।
कार्यके लिए प.पू. डॉ. आठवलेजीके आशीर्वाद !
कार्यक्रमके अंतमें बोलते हुए श्री. एकबोटेने कहा कि सनातन संस्थाके प.पू. आठवले गुरुजीने हमें ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’ का मंत्र दिया है, जिसे हम सर्वत्र गा रहे हैं । इस कार्यके लिए प.पू. डॉ. आठवलेजीने आशीर्वाद दिए हैं । इस कार्यके लिए साधुसंतोंके आशीर्वाद रहनेके कारण यह कार्य निश्चित रूपसे सफल होगा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात