छत्तीसगड का ‘राजिम कुंभमेला’ !
सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘राष्ट्र एवं धर्म विषयक फ्लेक्स प्रदर्शनी’ का उद्घाटन !
राजिम (छत्तीसगड) : २ मार्च के दिन यहां के राजिम कुंभमेले में सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिती इनके संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘राष्ट्र एवं धर्म’ विषयक फ्लेक्स प्रदर्शनी का उद्घाटन प.पू. श्रीरामबालकदासजी महाराज (पाटेश्वरधाम), श्री सिद्धेश्वरानंदजी महाराज (पंचकोशी पीठाधीश्वर), श्री चक्रमहामेरू पीठाधीश्वर श्री श्री दण्डीस्वामी सच्चिदानंद तीर्थ महास्वामी (श्री चक्रमहामेरू पीठम्), महामण्डलेश्वर आनंदधाम पीठाधीश्वर योगीराजस्वामी ज्ञानस्वरूपानंद अक्रियजी महाराज (संस्थापक – अध्यक्ष, आनंदधाम, अलखज्ञान गोरक्षा समिति, जोधपूर, राजस्थान) एवं सनातन के पू. चत्तरसिंह बाबूलालसिंह इंगळे इन संत महंतोंके शुभ हाथों किया गया।
उपस्थित सभी संतोंने इस प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि, ‘आप यह एक अद्भुत कार्य कर रहे हैं !’
इस अवसरपर सभी संतोंके भक्तगण, भाजपा के नयापारा-राजिम के श्री. युधिष्ठीर चन्द्राकार, सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
प्रदर्शनी देखते समय प.पू. श्रीरामबालकदासजी महाराज अत्यंत प्रसन्न हुए तथा उन्होंने अपनी गांव में, अगले वर्ष पौष महीने में इसी प्रकार की ५ दिनोंकी प्रदर्शनी आयोजित करने की सूचना की !
विवाह के संदर्भ में होनेवाले फ्लेक्स को देखकर महाराज ने कहा कि, इस प्रदर्शनी में ‘आदर्श विवाह पद्धति’ के विषय में जानकारी है ! सनातन के निर्देशन के अनुसार ‘सामूहिक विवाह समारोह’ का आयोजन भी किया जा सकता है एवं अंत में एक ‘धर्मसभा’ का आयोजन भी कर सकते हैं !
इसके आयोजन की ‘संपूर्ण सिद्धता’ का दायित्व भी उन्होंने अपने उपर लिया। इस संदर्भ में मैं पू. डॉ. चारूदत्त पिंगळेजी (हिन्दु जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक) इनसे बात भी करूंगा, ऐसा उन्होंने कहा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात