श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर के गर्भगृह में महिलाओंको प्रवेश देने का प्रकरण
भूमाता ब्रिगेड की महिलाओंको नासिक जिला बंदी घोषित करें’, त्रिंबक नगरपरिषद, धर्माभिमानी एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पुलिस एवं प्रशासन से मांग
श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर (नासिक) : श्री त्र्यंबकेश्वर में महाशिवरात्रि को लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे अवसर पर नास्तिकतावादी भूमाता ब्रिगेडी महिलाओंके आंदोलन से कानून एवं सुरक्षा का गंभीर प्रश्न उत्पन्न होकर अनुचित घटना होने की संभावना है !
यदि ऐसा हुआ, तो इस के लिए पूरी तरह प्रशासन उत्तरदायी रहेगा। अतः पुलिस एवं प्रशासन को प्रतिबंधात्मक उपाय के रूप में इन ब्रिगेडी महिलाओंको तत्काल नासिक जिला प्रवेश बंदी घोषित करें !
इन ब्रिगेडी महिलाओंद्वारा अनेक बार इस प्रकार का आंदोलन कर जनता को सताया जा रहा है !
इन ब्रिगेडी महिलाओंके आंदोलन के परिणाम स्वरुप कानून एवं सुरक्षा कायम रखने हेतू करोडों रूपयोंकी हानि की जा रही है। अतः इस के कारण होनेवाली आर्थिक हानि की आपूर्ति भूमाता ब्रिगेडद्वारा की जानी चाहिए, ऐसी मांग का ज्ञापन नासिक जिला पुलिस अधीक्षक श्री. प्रवीण मुंडे को दिया गया। त्र्यंबकेश्वर पुलिस थाने में श्री. मुंडे भेंट देने हेतु आए थे। इस अवसर पर उपरोक्त ज्ञापन दिया गया।
इस समय त्रिंबक नगरपरिषद की नगराध्यक्षा श्रीमती विजया लढ्ढा, उपनगराध्यक्ष श्री. संतोष कदम, नगरपरिषद के गुट नेता श्री. योगेश तुंगार, आरोग्य सभापति श्री. यशवंत भोईये, नगरपरिषद के सदस्य श्री. धनंजय तुंगार, श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर देवस्थान के विश्वस्त श्री. सत्यप्रत शुक्ल, देवेंद्र बैंक के संचालक श्री. दीपक लढ्ढा, सरपंच श्री. जयराम मोंढे, धर्माभिमानी श्री. सुनील अडसरे, हिन्दू जनजागृति समिति की कु. प्रतीक्षा कोरगावकर एवं अन्य धर्माभिमानी महिलाएं उपस्थित थीं।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात