भाद्रपद शुक्ल पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
हिन्दुओंपर आक्रमण करनेकी संधि ढूंढनेवाले उद्दण्ड धर्मांध !
कोलकाता – बंगालमें किसी धर्मांधकी प्राकृतिक मृत्युको निमित्त कर धर्मांधोने हिन्दुओंपर आक्रमण किया । (हिन्दुओ, आपपर आक्रमण करनेका निमित्त ढूंढनेवाले धर्मांधोंको निर्भीकतासे प्रत्युत्तर देनेकी क्या आपकी सिद्धता है ? उसके लिए स्वसंरक्षण प्रशिक्षण प्राप्त करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) बसीरहाट क्षेत्रके कटियाहाट गांवकी हाटमें हिन्दू गत २० वर्षोंसे दुर्गापूजाका उत्सव मना रहे हैं । वहां एक धर्मांधने हाथगाडी खडी की थी, बाजारके व्यापारियोंने उसका विरोध किया । २२ अगस्तको यह धर्मांध मस्जिदमें नमाज हेतु गया था, वहां उसे हृदयविकारका झटका आया तथा उसी कारण उसकी मृत्यु हो गई । इस घटनामें हिन्दुओंका सहभाग होगा, ऐसा संदेह व्यक्त कर धर्मांधोके गुटने बाजारके हिन्दुओंकी दुकानोंपर आक्रमण किया । (हिन्दुओ, हिन्दू राष्ट्र स्थापनाका महत्त्व ध्यानमें रखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
उन्होंने हिन्दुओंकी दुकानका सामान लूट लिया, साथ ही दुकानोंको क्षति भी पहुंचाई । (हिन्दुओ, आप भारतमें रहते हैं या पाकमें ? यह अत्याचार आप अब और कितने दिन सहेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) उपरोक्त घटनाके कारण हिन्दुओंको दुर्गापूजाके लिए मण्डप निर्माण करना कठिन हो गया है । इससे दुकानोंकी हानि हुई तथा नैराश्य आकर एक स्थानीय हिन्दू युवकने अपने फेसबुकपर घटनाकी टिप्पणी करनेवाला लेख प्रसारित किया । उस लेखको पंसद करनेवाली कुछ प्रतिक्रियाएं भी प्राप्त हुर्इं । अतः संतप्त धर्मांधोने ३ हिन्दू युवकोंका छायाचित्रवाला भित्तीपत्रक प्रकाशित कर उनपर कडी कार्यवाई करनेकी मांग की । इसके अतिरिक्त साएस्तानगरकी हाटमें हिन्दुओंकी ८ दुकानोंपर आक्रमण कर उन्हें भी क्षति पहुंचाई । (हिन्दू केवल शाब्दिक प्रतिक्रिया व्यक्त कर निषेध पंजीकृत करते हैं, किंतु मुसलमान विध्वंसक कृत्य कर, हिन्दुओंके मनमें भय उत्पन्न हो, ऐसा निषेध व्यक्त करते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
फेसबुकपर प्रकाशित किए गए पोस्टके संदर्भमें पुलिसने एक हिन्दू युवकको उसके पिताके साथ बंदी बनाया । (चोर छोडकर संन्यासीको फांसी देनेवाली बंगालकी मुसलमानप्रेमी पुलिस ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इस घटनाके कारण इस गांवमें हिन्दू बहुसंख्य होकर भी उन्होंने स्थलांतर किया । हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावमें इस गांवसे भाजपाको ४००, तो तृणमूल कांग्रेसको केवल ८ मत प्राप्त हुए थे । ऐसा कहा जाता है कि इस बातका क्रोध भी हिन्दुओंपर निकाल रहे हैं । (धर्मांधोंकी यह उद्दण्डता निरंतरके लिए रोकने हेतु शीघ्राति शीघ्र हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात