जेलों में बंद उलेमाओं को रिहा न करने पर मुरादाबाद में होली पर बम धमाका करने की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने एक दृष्टिहीन मदरसा अध्यापक को गिरफ्तार किया है। आरोपी मदरसा अध्यापक ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर धमकी दी थी। उसने खुद को जैश ए मोहम्मद का सदस्य और अजहर मसूद को अपना नेता बताया। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सिविल लाइंस थाने के एसएचओ बीपी बालियान ने बताया कि मदरसा अध्यापक वकील अहमद ने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल लिया। उसने बताया कि वह अजहर मसूद के भाषण सुना करता था। उससे प्रभावित होकर ही उसने ऐसा किया।
उसने अपनी ओर से योगदान देने के लिए फोन कॉल किया। बालियान ने बताया कि पीसीआर को रविवार रात को फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को जैश ए मोहम्मद का सदस्य बताया। उसने अलग-अलग जेलों में बंद उलेमाओं को रिहा न किए जाने पर मुरादाबाद में होली पर बम धमाका करने की धमकी दी। उसने फोन उठाने वाले पुलिसकर्मी को यह संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने को भी कहा। उसने कहा कि वह ठाकुरद्वारा इलाके में रहता है। पुलिस टीम ने फोन कॉल को ट्रेस किया। इसमें सामने आया कि फोन मस्जिद से किया गया था।
संदर्भ : डेली हंट