भाद्रपद शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
"जहां 'वे' ३५ फीसदी से ज्यादा हैं वहां गैर मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं है।"
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नई देहली : भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ दंगों के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार बताकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं। योगी के एक इंटरव्यू में दिए विवादास्पद बयान पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने रविवार को कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बयान है। वह योगी नहीं ढोंगी हैं। मुझे ताज्जुब है कि एक ऐसा शख्स जो सांसद है, वह ऐसा बयान दे रहा है। वह आतंकवादी की तरह ऐसे बयान दे रहे हैं। किसी विशेष समुदाय के खिलाफ ऐसी बातें करना दुर्भाग्यपूर्ण है।’
वहीं, भाकपा नेता डी. राजा ने गोरखपुर के सांसद की टिप्पणी को ‘बेतुका’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘यह बेतुका है और दिखाता है कि ये लोग मुस्लिमों से घृणा करते हैं।’ इसके अलावा, समाजवादी पार्टी ने भी योगी आदित्यनाथ के बयान की आलोचना की है। बता दें कि यूपी की ११ सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रचार का जिम्मा संभालने वाले आदित्यनाथ ने शनिवार रात एक इंटरव्यू में कहा कि जहां भी १०% से ज्यादा अल्पसंख्यक होते हैं वहीं दंगे होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी ताकतों से निपटने के लिए उनके एक हाथ में माला है तो दूसरे में भाला।
बीजेपी ने दी सधी प्रतिक्रिया
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘हम किसी धर्म या समुदाय के चश्मे से सांप्रदायिक दंगों को नहीं देखते।’ उन्होंने आरोप लगाए कि समाजवादी पार्टी जब से सत्ता में आई है तब से उत्तरप्रदेश में सांप्रदायिक दंगे बढ़ गए हैं। समाजवादी पार्टी और इसके नेता सांप्रदायिक दंगे के लिए जिम्मेदार हैं जो इतने व्यापक पैमाने पर हुए हैं। हिंदू, मुस्लिम हों या सिख हर कोई इससे प्रभावित हुआ है और इसका शिकार बना है।’
क्या बोले थे बीजेपी सांसद
एक टीवी कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने दंगे के स्थानों का तीन भागों में बांटा और कहा, 'जिन जगहों पर १०-२० फीसदी अल्पसंख्यक हैं वहां सांप्रदायिक दंगों की छिटपुट घटनाएं होती हैं। जहां उनकी आबादी २०-३५ फीसदी है वहां गंभीर सांप्रदायिक दंगे होते है। जहां वे ३५ फीसदी से ज्यादा हैं वहां गैर मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं है।'
एक हिंदू लड़की के बदले सौ मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने वाले अपने भड़काऊ भाषण को सही ठहराते हुए गोरखपुर के सांसद ने कहा, 'मैंने जो भी कुछ कहा वह एक खास संदर्भ में कहा था। यदि दूसरी तरफ दानव है, मानव नहीं तो उसका जवाब देना ही पड़ेगा। यदि मेरे एक हाथ में माला है तो दूसरे में भाला है। संन्यासी के तौर पर मैं असुर शक्तियों को दंडित कर सकता हूं।'
स्त्रोत : दैनिक भास्कर