‘श्रीकृष्ण’ एवं ‘द्रौपदी’ के यौन संबंध थे, ऐसा लिखनेवाले विकृत लेखक है डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मीप्रसाद !
देहली : इस वर्ष दिए जानेवाले ‘पद्म’ पुरस्कारोंकी घोषणा की गई है।
इस सूची में आंध्र प्रदेश के लेखक डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मीप्रसाद को ‘पद्मभूषण’ इस नागरी पुरस्कार से सम्मानित किया जानेवाला है !
डॉ. प्रसाद ने कुछ वर्ष पूर्व द्रौपदी, पांडव एवं भगवान श्रीकृष्ण की घोर अवमानना करनेवाला ’द्रौपदी’ नामक तेलुगु उपन्यास लिखा था। इस उपन्यास में डॉ. प्रसाद ने ‘द्रौपदी’ काे केवल एक कामुक महिला के रूप में ही चित्रीत नहीं किया, अपितु उन्होंने ‘भगवान श्रीकृष्ण एवं द्रौपदी के यौन संबंध थे’ ऐसा भी लिखा है !
हिन्दू जनजागृति समिति ने ‘पद्म’ पुरस्कारोंकी चयन समिति के सदस्य, प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपती श्री. प्रणव मुखर्जी को पत्र लिखकर डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद को मिलनेवाला ‘पद्मभूषण’ पुरस्कार न देने की मांग की है।
डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद को मिलनेवाला ‘पद्मभूषण’ पुरस्कार निरस्त करने हेतु रखी गई ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किजिए ।
पद्मभूषण पुरस्कार निरस्त करने की मांग कर रहे हैं ! इ-मेल : [email protected], [email protected], [email protected], [email protected]
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आॅनलार्इन हस्ताक्षर अभियान में सहभागी होइए !
Appeal to cancel nomination of Yarlagadda Lakshmi Prasad
for Padma Bhushan award 2016
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात