कहां भारतीय सैनिकोंपर विश्वास दिखानेवाला संयुक्त राष्ट्र संघ, तो कहां स्वयंके ही सैनिकों को बलात्कारी कहनेवाला साम्यवादी कन्हैया कुमार ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
संयुक्त राष्ट्र : अफ्रिकी देशो में चल रहें शांति अभियानों में कई अफ्रिकी देशो के नागरिको ने शांति सेना के सैनिको पर यौन उत्पीडन के आरोप लगाए थे । संयुक्त राष्ट्र संघ ने इससे निपटने के लिए कठोर कार्यवाही का प्रण किया है । संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, २०१५ में बडी संख्या में कांगो, मोरक्को, दक्षिण अफ्रीका, कैमरून, रवांडा और तंजानिया के शांति सैनिक यौन शोषण के आरोपी हैं ।
भारत के ७,७९८ शांति सैनिक विश्व के १० देशों में शांति अभियान में तैनात हैं । पिछले वर्ष ६९ देशों में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के विरुध्द यौन शोषण के ९९ आरोप मिले हैं । यह गर्व करने वाली बात है की, इनमें कोई भारतीय शांति सैनिक शामिल नहीं है । संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यौन शोषण के मामले में भारतीय शांति सैनिकों को क्लीन चिट दी गई है ।
अमेरिका ने घोषणा की है कि, वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आरोपी शांति सैनिकों को उनके स्वदेश भेजने के लिए दबाव बना रहा है । अमेरिकी राजदूत सामंथा पावर ने बताया कि, अमेरिका ने इस संबंध में प्रस्ताव उपस्थित किया है ।
संयुक्त राष्ट्र फील्ड सपोर्ट के निम्न सचिव अतुल खरे ने कहा कि, हमें ऐसे दोषियों का पता लगाने की आवश्यकता है, जो शांति सेना को कलंकीत करते हैं । उन्हें शिक्षा देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य को कोई ऐसा करने की सोच न पाए ।
भारत ने शांति सैनिकों द्वारा यौन शोषण के मामलों की कडी निंदा की है । संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने पिछले महीने शांति अभियानों की विशेष समिति की बैठक में कहा था कि, हम संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों द्वारा यौन शोषण के मामलों से चकित हैं । इस मामले में भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति है ।
संदर्भ : रिव्होल्ट प्रेस