श्रावण शुद्ध १३, कलियुग वर्ष ५११४
बोडो हिंदुओंकी रक्षाके लिए हिंदु जनजागृति समितिद्वारा सरकारको ज्ञापन
इस ज्ञापनमें कहा गया है कि २० वर्षपूर्व कश्मीरमें मुसलमानोंद्वारा इसी प्रकारसे आंदोलन कर ४.५० लाख हिंदुओंको उनके निवास छोडकर पलायन हेतु बाध्य किया गया था, जिनका अबतक पुनर्वसन नहीं हुआ है । यह ऐसी ही घटना है । बांग्लादेशके घुसपैठिए मुसलमान आसामपर अपना वर्चस्व प्रस्थापित करनेका प्रयास कर रहे हैं; इसलिए केंद्रसरकारद्वारा बांग्लादेशके घुसपैठिए मुसलमानोंको इस देशसे खदेडा जाए तथा इस प्रकरणमें उच्चस्तरीय समिति गठित की जाए तथा पूछताछ की जाए । इस घटनामें हिंदुओंका होनेवाला विस्थापन तत्काल रोका जाए एवं बांग्लादेशकी सीमापर संरक्षक दीवार खडी की जाए । इस अवसरपर हिंदु महासभाके अधिवक्ता श्री. गोविंद तिवारी, शिवसेनाके उपनगरप्रमुख श्री. मोहन तिवारी, हिंदु जनजागृति समिति, सनातन संस्था एवं ५० से अधिक हिंदुत्वनिष्ठ उपस्थित थे । कुछ समय पूर्व ही जनपदाधिकारिको अल्पसंख्यक विकास परिषदद्वारा एक ज्ञापन दिया गया, जिसमें लिखा था कि अल्पसंख्यक कानूनका पालन करें । ( कहां स्वबंधुओंके विषयमें सतर्क मुसलमान एवं कहां अपने बंधुओंपर होनेवाले आक्रमणके विषयमें अनभिज्ञ हिंदु ! – संपादक )
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात