शारदा व ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर से कहा है कि, वे विद्यालय आैर महाविद्यालय के पाठ्यक्रमों में भगवद्गीता और रामायण जैसे ग्रंथों को सम्मिलित कराए ।
वृत्त के अनुसार, राजधानी भोपाल पहुंचे शंकराचार्यजी ने इस समय गृहमंत्री बाबूलाल गौर को प्रदेश के अपराधों में कमी लाने के उपाय भी बताए जिस पर गौर ने अमल करने का आश्वासन भी दिया । इसके साथ ही स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने सभी प्रकार के आरक्षण को समाप्त कर देने की बात करते हुए कहा, ‘सभी नागरिकों को समान अवसर दिया जाना चाहिए, योग्यता के आधार पर नियुक्ति होनी चाहिए ।’
बता दें कि, माध्यमिक शिक्षा मंडल के कक्षा १२ वीं की परीक्षा में हिंदी के प्रश्नपत्रिका में ‘जातिगत आरक्षण देश के लिए घातक’ विषय पर निबंध लिखने आया था । जिसके बाद प्रदेश में विपक्ष और कई संगठनों ने सरकार को घेर लिया, और प्रश्नपत्रिका बनानेवाली हिंदी की अध्यापिका को हटा दिया ।
संदर्भ : रिव्होल्ट प्रेस