महाशिवरात्रि की शोभायात्रा में ‘हर-हर महादेव’ जयघोष से गुंजा बीकानेर
श्रीलालेश्वर शिव-पंचायतन (पंचदेव) प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव
बीकानेर (राजस्थान) – श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर में नवनिर्मित श्रीलालेश्वर शिव-पंचायतन (पंचदेव) प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव एवं महाशिवरात्रि महोत्सव के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज ने कहा कि, शिव प्रपंचोपशम शान्त, अद्धैत व आत्म-स्वरूप है। भगवान् शिव भारत के आदि देव हैं। ब्रह्मविद्या की प्रतिष्ठा व प्रकार के लिए ही मन्दिरों व मठों की स्थापना की जाती है। साधना का मुख्य लक्ष्य चित्त की शुद्धि करना है और बिना उपासना के मन की छिपी वासनाओं पर अंकुश लगाना सम्भव नहीं है। स्वामीजी ने कहा कि मंत्र-जाप व ध्यान भी उपासना की पूर्णता के लिए आवश्यक है।
श्रीलालेश्वर शिव-पंचायतन (पंचदेव) प्राण-प्रतिष्ठा के अन्तर्गत आयोजित शोभा यात्रा में नगर परिक्रमा के दौरान हर-हर महादेव के जयघोष से शिवालय में उपस्थित भक्तजनों का स्फुल्लिंग और वसुन्धरा के कण-कण में शिवरूप साकार हो उठा, सम्पूर्ण बीकानेर शिवमय हो गया था । श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर से नगर परिक्रमा आरम्भ हुई ।
सचिव विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि शोभायात्रा के दौरान खुली जीप में श्रीलालेश्वर महादेव मन्दिर के अधिष्ठाता स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज का पुष्पवर्षा एवं माल्यापर्ण कर हर्षोल्लास, उत्साह के साथ स्वागत, सत्कार किया गया। परिक्रमा के दौरान संत-वृन्द स्वामी संवित् सुबोधगिरिजी, स्वामी रुद्रगिरिजी, स्वामी भूमानन्दजी, स्वामी सदाशिवानन्दजी, ब्र. सुरेन्द्र, सहित आचार्य नथमलजी, बृजगोपाल व्यास, पूर्व सभापति अखिलेश प्रताप सिंह, सुभाष मित्तल, विनोद कुमार शर्मा, युधिष्ठिर सिंह भाटी, जेठमल अरोड़ा, डॉ. अशोक गुप्ता, रमेश शर्मा, साकेत शर्मा, घनश्याम, भवानी, अमित जांगिड, मगन बिस्सा, जोगेन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।
महाशिवरात्रि के दिन नूतन पंचदेव विग्रहों की पूर्ण विधि विधान से पूजा की गई साथ ही चारों याम पूजन के अन्तर्गत शिव एवं शिव परिवार का षोडशोपचार-पूजन सामूहिक रूप से सैकडों साधकों द्वारा रात्रि ७.३० बजे से प्रातः ५.३० बजे शिवरात्रि व्रत समर्पण तक जारी रहा। इसी दिन नवमन्दिर का लोकार्पण आचार्य महामण्डलेश्वर निरंजनापीठाधीश्वर स्वामी श्री पूर्ण्यानन्दगिरिजी महाराज ने किया।
इस प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में हिन्दू जनजागृति समिती तथा सनातन संस्था के संयुक्त तत्वावधान से स्टॉल का भी अायोजन किया गया था ।
साभारा – श्री. विवेक मित्तल, स्वतंत्र पत्रकार