भाद्रपद शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
प्रदर्शनी रोकने हेतु आयोजकों को पत्र, उपराज्यपाल व पुलिस को भी चेताया
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नई देहली – फ़िक्की द्वारा पाकिस्तान की व्यापार संवर्धन संस्था‘ट्रेड डेवलपमेंट अथोरिटी ऑफ़ पाकिस्तान (टीडीएपी)’ के साथ मिलकर ‘आलीशान पाकिस्तान’ नामक एक लाइफ़स्टाइल प्रदर्शनी के लगने से पहले ही उसका तीव्र विरोध प्रारम्भ हो गया है। विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली के महा मंत्री श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव ने इस संबन्ध में आज एक पत्र इसके आयोजक फ़िक्की को भेजा है जो इस प्रदर्शनी को पाकिस्तानी ट्रेड डवलपमेंट अथोरिटी के साथ मिल कर लगाने जा रही है। फ़िक्की के अध्यक्ष के नाम भेजे पत्र में विहिप नेता ने कहा है कि पाकिस्तान के लगातार भारत विरोधी रवैए के चलते इस प्रकार की प्रदर्शनी देशवासियों के आहत दिलों पर नमक छिडकने का कार्य करेगी अत: इसे अविलम्ब रोका जाए।
पत्र की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने कहा कि…
भारत की जनता “आतंकवादी पाकिस्तान” या “अराजक पाकिस्तान” या “कपूत पाकिस्तान” के नाम से लगने वाली प्रदर्शनी तो देख सकती थी किन्तु अपनी पुण्य भूमि पर “आलीशान पाकिस्तान” सहन नही कर सकती है। पत्र में कहा गया है कि“११ से १४ सितंबर तक दिल्ली के सबसे बडे प्रदर्शनी स्थल प्रगति मैदान में लगने वाली इस प्रदर्शनी में भारत के एक ऐसे पडोसी के वस्त्रों, टेक्सटाइल, ज्वेलरी, फ़र्नीचर, मार्वल तथा कृषि उत्पादों इत्यादि को दर्शाया जाएगा, जिसने अपने जन्म से लेकर आज तक भारत के साथ हमेशा ही विद्वेष पूर्ण व्यवहार कर अपने ही जनक पर प्रहार किया। हमेशा ही सीज फ़ायर का उल्लंघन करने वाले इस पडोसी ने गत पंद्रह दिनों से तो सारी हदें ही पार कर दीं हैं। पाक अधिकृत कश्मीर को वापस करने की बात तो दूर, वह हमारे मुकुट कश्मीर को ही हड़पने का प्रपंच रच रहा है। अब न सिर्फ़ सीमा पार से लगातार गोलाबारी कर रहा है बल्कि हमारे ही देश में रह कर अलगाव वादियों को भारत माता के विरुद्ध भड़काने का दुस्साहस कर हमें ललकार रहा है”। श्री बंसल ने कहा कि इस प्रदर्शनी को यदि नहीं रोका गया तो पाकिस्तान को आलीशान बताकर कहीं न कहीं पूरे विश्व की शान्ति व मानवता के लिए खतरा बने जिहादी आतंकवाद तथा बन्दुक की संस्कृति को प्रोत्साहन मिलेगा।
विहिप दिल्ली ने पत्र की प्रति दिल्ली के उपराज्यपाल, पुलिस आयुक्त तथा इण्डिया ट्रेड प्रमोशन ओर्गेनाइज़ेशन, प्रगति मैदान को भी भेजकर कहा है कि देश हित में इस प्रदर्शनी को न लगने दिया जाए। पत्र में यह भी कहा गया है कि “भारत की संप्रभुता पर हमले करने वाले इस पड़ोसी के शातिराने व्यवहार को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तानी उत्पादों की इस “आलीशान पाकिस्तान” नामक प्रदर्शनी को भारत में न लगने दें और न ही वहां के किसी उत्पाद को भारत में प्रोत्साहित करें”।