भाद्रपद शुक्ल पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
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वाशिंगटन – आईएसआईएस के आतंक से सिर्फ इराक ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया स्तब्ध है। अलकायदा से अलग हुई एक आतंकी शाखा का इस तरह फूलना-फलना विश्व के सुपर पॉवर देशों को भी हिला गया। अमेरिका, ब्रिटेन समेत रूस को भी आईएस आतंकी हमले की चेतावनी दे चुके हैं।
आईएसआईएस सोशल मीडिया का जम कर प्रयोग करते हैं। आतंकियों द्वारा की हजारों नृशंस हत्याओं को ये ट्विटर, यूट्यूब के माध्यम से लोगों के बीच पहुंचाते हैं। आपको बता दें, लोगों के बीच अपना खतरनाक चेहरा दिखाने और आईएसआईएस का खौफ पैदा करने इनके सोशल मीडिया अभिय़ान के पीछे शायद एक अमेरिकन है।
बॉस्टन का यह आतंकी !
एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ३२ वर्षीय अहमद अबुसैमर नामक यह आतंकी फ्रांस में जन्मा और अमेरिका के बॉस्टन में पला-बढ़ा है। अमेरिका में पढ़ाई के बाद अहमद ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में डिग्री हासिल की और टेलीकंम्यूनिकेशन कंपनी में नौकरी करता था। वहीं, इसके पिता बॉस्टन के एक जाने माने डॉक्टर हैं।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, अब अहमद ही आईएसआईएस के सोशल मीडिया अभियान को चला रहा है। जिसमें आतंकियों के निर्मम और दिल दहलाने वाले कारनामों का जिक्र किया जा रहा है। साथ ही इसके जरिए आतंकी अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों से हजारों युवाओं का ध्यान इस संगठन की ओर आकर्षित करना चाह रहे हैं।
अलकायदा में शामिल होना चाहता था
अधिकारियों के अनुसार, साल २००४ में अहमद अमेरिका छोड़ कर इराक चला गया था। वह इराक में अलकायदा से जुड़ कर अमेरीकी सेना के खिलाफ लड़ना चाहता था। लेकिन उसे संगठन के 'मीडिया विंग' के लिए चुन लिया गया। जब अहमद २००६ में वापस अमेरिका आया तो एफबीआई ने उससे इससे संबंधित पूछताछ की थी। लेकिन कोई सबूत न मिलने के कारण उसे छोड़ दिया गया। जिसके बाद वह सीरिया पहुंच गया।
FBI के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल
आज के समय में अहमद अबुसैमर एफबीआई के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है और सरकार ने उस पर ५०,००० अमेरिकी डॉलर का ईनाम रखा है। अधिकारियों का कहना है कि आईएसआईएस जानता है कि आतंक फैलाने के लिए लोगों के बीच खौफ पैदा करना बहुत जरूरी है। इसी वजह वे सोशल मीडिया का बर्बरता से उपयोग कर रहे हैं।
स्त्राेत : वनइंडिया