लंदन : भारत को तोड़ने का सपना देख रहे प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक एक सिख आतंकी संगठन पर से ब्रिटेन ने १५ वर्षों बाद प्रतिबंध हटा लिया है।
बताया जा रहा है ब्रिटेन द्वारा यह निर्णय निचले सदन के इस निष्कर्ष के बाद लिया गया है कि वर्तमान में संगठन का आतंकवाद से संबंध स्थापित करने के लिए ‘पर्याप्त प्रमाण’ उपलब्ध नहीं है।
प्राप्त जानकारियों के अनुसार, ब्रिटेन की गृहमंत्री थेरेसा मे ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडेरेशन (आईएसवाईएफ) पर से पन्द्रह वर्षों से लगे बैन को हटाने के आदेश पर हस्ताक्षर किये।
सिख चरमपंथी संगठन पर से प्रतिबंध हटाने को लेकर ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्री जॉन हयेस ने सदन को बताया कि, ‘उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर व्यापक विचार विमर्श करने और पूर्ण मूल्यांकन के बाद आईएसवाईएफ पर से प्रतिबंध हटाने का फैसला किया गया है।’
बता दें कि, आईएसवाईएफ की स्थापना १९८० में उस समय हुर्इ थीं जब पंजाब खालिस्तानी आतंकवाद की चपेट में था। यह संगठन खालिस्तान का कट्टर समर्थक माना जाता है और कई बार इसकी ब्रिटेन, अमेरिका तथा कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियाँ प्रकाश में आ चुकी हैं।
इस संगठन की स्थापना कुख्यात आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे जसबीर सिंह ने की थी जो आतंकवाद के आरोप में कई वर्ष भारत की जेल में भी गुजार चुका है। ब्रिटेन द्वारा प्रतिबंध हटाने के बाद अब इसके संस्थापक जसबीर ने मांग उठाई है कि कनाडा और अमेरिका में भी इस संगठन पर से प्रतिबंध हटाया जाय।
स्त्रोत : रिव्होल्टप्रेस हिन्दी