पेजावर (कर्नाटक) के श्रीकृष्ण मठ के श्री श्री विश्वेशतीर्थ स्वामीजी का ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन अधिनियम’ के संदर्भ में मत!
कर्नाटक में हिन्दुओंपर ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन अधिनियम’ बलपूर्वक थोंपने का षडयंत्र !
उडुपी (कर्नाटक) : पेजावर स्थित श्रीकृष्ण मठ के श्री श्री विश्वेशतीर्थ स्वामीजी ने यह मत व्यक्त किया कि, ‘यह बात स्पष्ट होती है कि, राज्य में ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन अधिनियम’ पारित करते समय किसी भी मठाधीश, हिन्दू संत अथवा धर्माधिकारियोंसे विचारविमर्श नहीं किया गया है, ये अचानक हिन्दू धर्म में स्थित व्याप्त श्रद्धा नष्ट करने का षडयंत्र ही है !
अन्य पंथों में अधिक मात्रा में अंधश्रद्धा होते हुए भी उसमें, उनके संदर्भ में एक शब्द भी नहीं निकाला गया है, केवल हिन्दू धर्म को ही लक्ष्य करना, यह चिंता का विषय है !
इस बात का हम तीव्र विरोध करते हैं !
इस अधिनियम में श्रद्धा कौन सी तथा अंधश्रद्धा कौन सी, इस बात का उल्लेख नहीं है; अतः यह अधिनियम पारित होना, हिन्दुओंके हित की दृष्टि से विनाशकारी है, इसलिए हिन्दू संगठनोंको, यह अधिनियम पारित न हो, इसलिए संगठित रूप से इसका विरोध करना आवश्यक है !’
कर्नाटक में हिन्दुओंपर आपत्ति उठानेवाला प्रस्तावित ‘कर्नाटक अनिष्ट, अमानवीय तथा अंधश्रद्धा आचरण प्रतिबंध साथ ही निर्मूलन अधिनियम २०१४’, यह अधिनियम पारित करने का षडयंत्र शासनद्वारा रचाया जा रहा है। इस संदर्भ में हिन्दू धर्माभिमानियोंने श्री श्री विश्वेशतीर्थ स्वामीजी से भेंट कर उन्हें यह जानकारी दी।
उस समय सर्वश्री विश्व हिन्दू परिषद के सुप्रसाद शेट्टी, केशव, नीलावर गो-शाला के कार्यदर्शी राघवेंद्र आचार्य, श्रीराम सेना के मोहन भट, युवाभारत संगठन के हरीश पडुकरे, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता दिनेश नायक, हिन्दू जनजागृति समिति के राम शेट्टीगार आदि धर्माभिमानी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात