नेपाल की दोगली चाल !
देहली : नेपाल ने भारत के बाद अब चीन के साथ अपने रणनीतिक संबंध मजबूत करने का उपक्रम शुरू कर दिया है । इसी का परिणाम है कि, चीन के दौरे पर पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने चीन के साथ ऐतिहासिक पारगमन व्यापार समझौता किया है ।
चीन के साथ नेपाल का यह समझौता भारत पर अपनी निर्भरता को समाप्त करने की आेर उठाया गया कदम माना जा रहा है । इसके अलावा ओली ने चीन के सामने नेपाल तक रेल नेटवर्क तैयार करने का प्रस्ताव रखा । इसके लिए चीनी सरकार ने चीन से तिब्बत के रास्ते नेपाल तक रेल नेटवर्क तैयार करने के लिए हामी भर दी है ।
नेपाल-चीन के बीच कुल १० करारों पर हस्ताक्षर हुए । नेपाल के नए संविधान के विरोध में आंदोलन कर रहे मधेसियों की नाकेबंदी के कारण से नेपाल को भारत से होने वाली पेट्रोल-डीजल के अलावा कई सामान्य चीजों की आपूर्ति ठप पड गई थी । ऐसी स्थिति फिर उत्पन्न न हो, इसके लिए नेपाल ने अब चीन के साथ अपने संबंध मजबूत करने शुरू कर दिए हैं ।
बता दे की, चीन ने कहा है, नेपाल और चीन के बीच बढती निकटता का प्रभाव भारत-नेपाल के संबंधों पर नहीं पडेगा । चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ह्यू चुनियांग ने कहा कि, चीन, भारत और नेपाल एक ही नियति को साझा करने वाले देशों का समुदाय है । उन्होंने कहा कि, नेपाल के मजबूत होने का लाभ भारत-चीन, दोनों को मिलेगा ।
संदर्भ : अमर उजाला