शशी थरूरद्वारा कन्हैया पर दिए गए वक्तव्य का प्रकरण
कल, ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ और आज ‘हुतात्मा भगतसिंह’ का अपमान कर कांग्रेसियोंने गांधी घराने की क्रांतिकारकोंका अपमान करने की परंपरा कायम ही रखी है, जो निंदनीय है, निषेधार्ह है !
कन्हैया कुमार की तुलना भगतसिंह से करना, सारे हुतात्माओंका घोर अपमान है, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कांग्रेस के नेता शशि थरूरद्वारा थोर क्रांतिकारी भगतसिंह के विषय में दिए हुए अपमानजनक वक्तव्य के संदर्भ में यह प्रतिक्रिया व्यक्त की है !
इस संदर्भ में प्रकाशित प्रसिद्धी पत्रक में श्री. शिंदे ने कहा है, कि ….
१. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने अपने भाषण में ‘देशद्रोह’ का अपराध लग चुके आरोपी कन्हैया कुमार की तुलना, थोर क्रांतिकारी भगतसिंह के नाम से की ! ऐसे में, ‘किसे ‘क्रांतिकारी’ कहें, किसे ‘देशद्रोही’ कहें’ इसका, जनताद्वारा घर में बिठाए गए कांग्रेस के नेताओंको भान है, ऐसा नहीं दिखता !
२. आतंकी ओसामा बिन लादेन का उल्लेख ओसामा’जी’ के नाम से करनेवाले कांग्रेसी अपने सत्ताकाल में हुतात्मा भगतसिंह एवं राजगुरु के आतंकी होने की बात इतिहास के पुस्तकों में घुसेड कर बच्चोंको सिखा रहे थे, उनको हमेशा अपमानित करते थे। आज वे फिर, कन्हैया को भगतसिंह कहकर पुनः सारे देशभक्तोंका अपमान कर रहे हैं !
३. भगतसिंह अंग्रेजोंसे लडे थे, किंतु कन्हैया कुमार तो भारतीयोंकी ‘देशभक्ति’ को ही चुनौती दे रहा है, यह भेद ध्यान में न आए इतने थरूर, अज्ञानी हैं ?
४. कांग्रेस ने हाल ही में चंद्रशेखर आजाद को ‘असली’ देशभक्त एवं स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी को ‘नकली’ देशभक्त कहकर सारे क्रांतिकारकोंका अपमान किया था। ‘गांधी एवं नेहरू’ को छोडकर इन क्रांग्रेसियोंकी संकुचित दृष्टि अन्य क्रांतिकारकोंकी ओर नहीं जाती, इस से उनकी ‘क्षुद्र तथा विकृत’ मनोवृत्ति का परिचय मिलता है !
५. कल, ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ और आज ‘हुतात्मा भगतसिंह’ का अपमान कर कांग्रेसियोंने गांधी घराने की क्रांतिकारकोंका अपमान करने की परंपरा कायम ही रखी है, जो निंदनीय है, निषेधार्ह है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात