धर्मांधोंकी उद्दंडता !
इन बढते दंगोंके कारण शासन के ‘अस्तित्व’ पर ही प्रश्न निर्माण हो रहा है !
• धर्मांधोंद्वारा हुडदंग
• मार्ग पर पत्थर, र्इंटें एवं बोतलोंके ढेर
एक साधारण कारण से दंगा करनेवाले धर्मांधोंको पाठ पढाने हेतु ‘प्रभावी हिन्दूसंगठन’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र’ अपरिहार्य !
नंदुरबार : २२ मार्च को यहां के मालीवाडा क्षेत्र में एक साधारण कारण से हिन्दू तथा मुसलमानों में विवाद उत्पन्न हुआ !
यह विवाद दंगे में रूपांतरित हुआ। इसमें १० से अधिक घायल हो गए एवं मार्ग पर पत्थर, इटें एवं बोतलोंके ढेर लग गए थे ! यहां पुलिस के दंगा प्रतिबंधक दलद्वारा स्थिति पर नियंत्रण पाया गया एवं विपुल संख्या में पुलिस व्यवस्था की गई है।
१. मालीवाडा क्षेत्र के एक विद्यालय में १० वीं कक्षा की परीक्षा चल रही थी। इस समय परीक्षा में बैठे हिन्दू एवं मुसलमान छात्रों में नकल (कॉपी) करने से विवाद उत्पन्न हुआ !
२. परीक्षा समाप्त होने पर दोपहर २ से २.३० की अवधि में भारी संख्या में हिन्दू एवं मुसलमानोंके जमाव आ गये। तत्पश्चात भारी मात्रा में चिराग गली एवं मालीवाडा दोनों परिसर में एक दूसरे पर प्रचंड मात्रा में पत्थर, इटें एवं बोतलें फेंकी गर्इं। इस दंगे में १० लोग घायल हुए हैं। (इससे धर्मांधोंकी पूर्व सिद्धता एवं दंगा करने का उनका पूर्व नियोजन दिखाई देता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
३. इस दंगे में एक दुकान का कुछ भाग जलाया गया तथा अनेक दुकानोंकी लूटमार भी की गई !
४. उपचार हेतु दंगे में घायल लोगोंको सरकारी अस्पताल में भरती करा दिया गया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात