भाद्रपद पूर्णिमा / आश्विन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
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लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : रायबरेली में धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करने वाले युवक और उसके परिवारवालों पर कल युवती के घर वालों और वकीलों ने हमला कर दिया। युवती शौहर के साथ कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए आई थी। कचहरी में हमला होने की जानकारी पर पहुंचे पुलिस बल युवक और उसके घायल परिजनों को सुरक्षा घेरे में लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया। घायलों की तहरीर पर दो नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा कराया गया है।
रायबरेली के सलोन क्षेत्र की निवासी एक युवती का पड़ोस के गांव पैगमपुर नई बाजार निवासी अल्पसंख्याक संप्रदाय के युवक से करीब आठ वर्ष से प्रेम प्रसंग था। आठ मई को युवती ने घर छोडऩे के बाद धर्म परिवर्तन करके युवक से निकाह कर लिया। निकाह के बाद उसका नाम भी बदल गया। उधर, धर्म परिवर्तन के बाद निकाह होने की जानकारी होने पर युवती के परिवारीजन ने अपहरण तथा जबरन निकाह का मुकदमा कराते हुए आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाया। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई, लेकिन निकाह करने वाला युवक हाईकोर्ट से गिरफ्तारी न होने का स्टे ले आया। हाईकोर्ट के आदेश पर कल युवक पुलिस कस्टडी में अपने पिता, भाइयों के साथ सीजीएम कोर्ट नंबर नौ में युवती का बयान कराने को पहुंचा था।
कचहरी परिसर में पहुंचने पर युवती के भाइयों ने बहन से बात करने की बात कही। जैसे ही भाई बात करने लगे, पास मौजूद वकीलों ने आरोपी युवक के परिवारवालों पर हमला कर दिया। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों की सूचना पर भारी फोर्स मौके पर पहुंच गया। फोर्स ने तत्काल युवती और महताब सहित उसके परिवार के लोगों को सुरक्षा घेरे में ले लिया। उधर पिटाई से घायल युवक व उसके परिवार के सदस्यों को तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया।
एएसपी राममूरत यादव को पूछताछ में युवती ने बताया कि उसके पिता भी दीवानी कचहरी में वकील हैं। निकाह करने के लिए उससे किसी ने कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई है। वह दो माह की गर्भवती है। बाद में घायल पक्ष की तहरीर पर युवती के भाइयों को नामजद करने के साथ ही दस अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है।s
स्त्रोत : जागरण