भाद्रपद पूर्णिमा / आश्विन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
भोकर (जनपद नांदेड, महाराष्ट्र) – आज ‘अनिष्ट डे’ (वैलेंटाईन डे, फ्रेंडशिप डे, इत्यादि) प्रथाओंके कारण हिन्दू युवतियोंका धर्माभिमान नष्ट हो रहा है । घरोंमें भी हमें धर्मशिक्षा प्राप्त नहीं होती । अतः हिन्दू युवतियां लव जिहादका शिकार हो रही हैं । तारा शाहदेवकी घटनासे यह बात हमारे ध्यानमें आती है । अतएव धर्माचरण कर हिन्दुओंको हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना करना अत्यंत आवश्यक है । एेसा मार्गदर्शन यहा आयोजित कार्यक्रममें हिन्दू जनजागृति समितीकी कु. प्रियांका लाेणे इन्होंने किया । इस कार्यक्रममें कु. रागेश्री देशपांडेने गणेशोत्सवका महत्त्व, उपासना इत्यादिके सम्बन्धमें मार्गदर्शन किया । इस कार्यक्रमके लिए ५५० धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
स्वतंत्रतापूर्व, कालीन भोकर गणेशोत्सव मंडल तथा श्री भागवत कथा भक्तिज्ञानयज्ञ समितिद्वारा आयोजित संस्कृतिरक्षण एवं लव जिहाद, इन विषयोंपर व्याख्यान आयोजित किया गया था । उस समय उपस्थित वेदशास्त्रसम्पन्न भागवताचार्य प.पू. अनंत महाराज बेलगांवकरने समिति तथा सनातन संस्थाके कार्यकी प्रशंसा की । इस मंडलकी विशेषता यह है कि छोटे आकारकी मूर्ति एवं आदर्श पद्धतिसे पालकीमें निकाली गई शोभायात्रा ! मंडलके अध्यक्ष श्री. रावसाहेब पाटिल, उपाध्यक्ष श्री. देवानंद धुत तथा नागरिकोंने ही यह पद्धति आरंभ की थी । साथ ही यहां प्रतिवर्ष भागवत कथाका आयोजन भी किया जाता है ।
क्षणिकाएं
कुछ लोग धर्मांधोंके भयसे लव जिहाद शब्दका उच्चार न करें, ऐसा बता रहे थे; किंतु श्री. देवानंद धूतकी माताश्री श्रीमती शोभाताई धूतने बताया कि यह विषय कथन करना ही चाहिए । (ऐसी धर्माभिमानी एवं निर्भय माताएं ही हिन्दू धर्मकी खरी शक्ति हैं ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)