हिंदुओ, कभी किसी हिंदुद्वारा मुसलमानको कष्ट दिया गया, ऐसा समाचार कभी सुननेमें नहीं आता, यह ध्यानमें रखें !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – जिहादी आतंकवादियोंद्वारा हो रहे हिंदुओंके अपहरण एवं हत्याके भयसे पाकिस्तानमें स्थित बलुचिस्तान प्रांतके ३५ हिंदु परिवार अपना घरद्वार छोडकर कराचीके समीप स्थित हब प्रांतमें स्थलांतरित हुए हैं । एक वयस्क हिंदु व्यक्तिद्वारा कहा गया है कि बलुचिस्तानमें रहनेवाले हिंदुओंमें असुरक्षितताकी भावना गहरी हो गई है । (भारतमें एक भी मुसलमानद्वारा ऐसा स्थलांतर किया गया होता, तो वह आंतर्राष्ट्रीय समाचार बनाकर हिंदुओंको तालिबानी सिद्ध करनेके लिए आकाश-पाताल एक कर दिया होता । हिंदुओ, आपके संगठित न होनेसे ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है । इस स्थितिको परिवर्तित करनेके लिए संगठित होकर हिंदु राष्ट्र स्थापित करना अनिवार्य है ! – संपादक)
बलुचिस्तानमें कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह ढह चुकी है । इस प्रांतमें हिंदुओंका अपहरण कर, उनकी मुक्तताके लिए बडी रकम मांगना, मांगकी पूर्ति न होनेपर उनकी हत्या करना, ऐसी घटनाओंमें भारी मात्रामें वृद्धि हुई है । इसलिए यहांके हिंदु व्यापारी तथा व्यावसायिकोंने अपने आस्थापन सहित समस्त चल-अचल संपत्ति अत्यधिक अल्प मूल्योंमें विक्रय कर, वहांसे स्थलांतर किया है ।
पिछले एक वर्षमें बलुचिस्तानमें २९१ हिंदुओंका अपहरण किया गया है । इसका समर्थन बलुचिस्तानके गृहविभागने भी किया है । पाकिस्तानके मानवाधिकार आयोगने कहा है कि अपने प्राणोंके भयसे हिंदु परिवार स्थलांतर कर रहे हैं । (आयोग केवल यह कहकर रुके नहीं, अपितु हिंदुओंका जीवन दूभर करनेवाले मुसलमान जिहादियोंपर कार्यवाही करनेका साहस दिखाए । – संपादक)