भारतमाता का जयजयकार करने का विरोध करनेवाले देशद्रोहीयोंको पाक में भेजना चाहिए – सम्पादक, हिन्दूजागृति
नई देहली – ‘भारत माता की जय’ न बोलने पर शशि थरूर ने कहा है कि, हम किसी से जोर जबरदस्ती ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने के लिए नहीं कह सकते। थरूर ने भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित हुए राजनीतिक प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए ये बातें कही। भाजपा ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि, ‘भारत माता की जय’ कहने से इनकार करना अपने आप में संविधान का अपमान करने जैसा है।
थरूर ने कहा कि, इस बारे में लोगोंको समझने की आवश्यकता है। हिंदुओं और मुसलमानों में बडी आबादी को इससे कोई दिक्कत नहीं, किंतु कुछ मुसलमानों को दिक्कत होती है।
उन्होंने कहा कि कुछ मुसलमानों को भारत माता हिंदू देवी की तरह लगती हैं। हिंदू संगठनों ने भारत माता का चित्र भी देवी जैसा बनाया है। सिंह पर सवार छह भुजाओं वाली देवी। उनकी पूजा भी करते हैं। इससे मुसलमानों को दिक्कत होती है। उनका कहना है कि जय हिंद बोलेंगे, हिंदुस्तान जिंदाबाद बोलेंगे लेकिन हमें भारत माता की जय बोलने को मत कहिए। हमारा लोकतंत्र और संविधान उन्हें भारत माता की जय कहने या नहीं कहने की आजादी देता है। हमें इसका सम्मान करना चाहिए।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि संविधान हमें बोलने की आजादी का अधिकार देता है। ठीक उसी तरह चुप रहने का अधिकार भी देता है। हम किसी से कुछ बोलने के लिए जबरदस्ती नहीं कर सकते और न ही शब्दों को किसी के मुंह में डाल सकते हैं।
स्त्रोत : पत्रिका