भगतसिंह, राजगुरु एवं सुखदेव के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम
गन्नौर (हरियाणा) : अखिल भारतीय हिन्दू युवा मोर्चा संगठन की ओर से भगतिंसह, राजगुरु तथा सुखदेव के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में गन्नौर (हरियाणा) में आयोजित एक कार्यक्रम में क्रांतिकारकोंको भावपूर्वक श्रद्धांजली अर्पण की गई।
इस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष हिन्दूवीर श्री. सचिन त्यागीद्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रूप में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विनय पानवळकर को निमंत्रित किया गया था।
उपस्थित लोगोंको संबोधित करते हुए समिति के श्री. विनय पानवळकर ने कहा कि ….
१. भारत की वर्तमानस्थिति को देखते हुए ऐसा संदेह होता है कि, कहीं ऐसा तो नहीं कि जिस स्वराज्य के लिए अनेक क्रांतिकारी हंसते हुए फांसी पर चढे, वह बलिदान निरर्थक सिद्ध हो रहा है ?
२. अब तक हमें राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु बलिदान करनेवालोंका इतिहास सिखाया गया; परंतु हिन्दू जनजागृति समिति के माध्यम से अब अर्धिमयोंको वैधानिक मार्ग से पाठ पढाने का इतिहास स्थापित करना है !
३. इतिहास में संघर्ष कर बलिदान करने पर भी हम पराजित क्यों हुए, इसका अभ्यास करने पर आगामी आपातकाल में हमें सफलता मिल सकती है। आपातकाल में सफलता के लिए ‘धर्मबल’ की अत्यंत आवश्यकता है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने धर्म के बल पर ही हिन्दुओंके लिए सार्वभौम हिन्दवी स्वराज्य स्थापित किया।
४. ‘हिन्दू’ राष्ट्र स्थापित करने हेतु हमें धार्मिक कृत्योंके पीछे होनेवाले शास्त्र समझ कर ‘धर्माचरण’ करना आवश्यक है। ऐसे भारत को स्थापित करने हेतु निरंतर प्रयासरत रहना ही क्रांतिकारकोंको खरी श्रद्धांजली सिद्ध होगी !
कार्यक्रम में अनेक मान्यवरोंद्वारा क्रांतिकारकोंका अपमान करनेवाली कांग्रेस का तीव्र निषेध किया गया। ‘भारतमाता’ का अपमान करनेवालोंको कड़ी शिक्षा दी जाएगी, ‘भारतमाता की जय’ कहने के विरोध में रहनेवाले ओवैसी बंधुओंको ऐसी चेतावनी दी गई तथा अखंड भारत स्थापित करने की शपथ भी ली गई !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात