आश्विन कृष्ण पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६
कराड (महाराष्ट्र्) – हिन्दूनिष्ठ संगठन, गणेशोत्सव मंडल, सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समितिके प्रबोधनके कारण अनंतचतुर्दशीके दिन अधिकांश गणेशमूर्तियोंका विसर्जन पानीमें किया गया । ६० प्रतिशत मंडलोंने गुलालका उपयोग नहीं किया । हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्थाका यह अभियान स्तुत्य है; इसलिए गजानन नाट्य मंडल तथा गणेश मंडल, तेली गल्ली, शनिवार पेठकी ओरसे कृष्णा घाटपर समिति तथा सनातन संस्थाके प्रतिनिधियोंको श्रीफल प्रदान कर उनका आदर किया गया । साथ ही एक क्लबके मंडपके पास हिन्दू धर्मके विरोधमें वक्तव्य देनेवालोंके सन्दर्भमें निषेधकी घोषणाएं भी की गर्इं ।
१. अखिल भारतीय वडार समाज गणेश मंडलके अध्यक्ष श्री. दशरथ धोत्रेने सनातन संस्था तथा समितिके कार्यको पुष्टि देते हुए मूर्ति बहते पानीमें ही विसर्जित करनेके लिए बताया तथा यह आश्वासन भी दिया कि अगले वर्ष हम शाडु मिट्टीकी एवं छोटे आकारकी मूर्तिकी प्रतिस्थापना करेंगे ।
२. आगाशिवनगरके देवकर कॉलनीमें सिद्धिविनायक गणेश ट्रस्ट मंडलने बताया कि इस वर्ष हमें शाडु मिट्टीकी मूर्ति प्राप्त नहीं हुई; अतः अगले वर्षके लिए शाडु मिट्टीकी मूर्ति प्राप्त करनेके लिए हमने अभीसे सूचना दी है ।
३. क्रांति ऑटो रिक्शा एस्.टी.स्टैण्ड कराडकी मूर्ति शाडु मिट्टीकी थी तथा उनकी शोभायात्रा भी आदर्श थी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात