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‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ को ‘गद्दार’ कहनेवालोंको हद्दपार करें – श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति

चलवेनहट्टी (जिला बेलगांव) में ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ संपन्न !

सभा को संबोधित करते हुए श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति
सभा को संबोधित करते हुए श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति

चलवेनहट्टी-बेलगांव (कर्नाटक) : वर्तमान में, देश के क्रांतिवीरोंका अपमान किया जा रहा है। इस संदर्भ में संगठित हो कर अपमान करनेवालोंको फटकारना चाहिए ! हाल ही में कांग्रेसद्वारा स्वातंत्र्यवीर सावरकर का उल्लेख ‘गद्दार’ कहकर किया गया था ! चलवेनहट्टी में आयोजित ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ में श्री. मनोज खाडयेद्वारा, ऐसे लोगोंको राजनीतिक पटल से स्थायी रूप से ‘हद्दपार’ करने का आवाहन किया गया।

१३ मार्च २०१६ को बेलगांव में आयोजित हिन्दू धर्मजागृति सभा से प्रेरणा लेकर चलवेनहट्टी के धर्माभिमानी युवकोंद्वारा स्वयंस्फूर्त हो कर आयोजित इस धर्मजागृति सभा में वे बोल रहे थे।

इस अवसर पर व्यासपीठ पर सनातन संस्था की आधुनिक वैद्या श्रीमती शिल्पा कोठावळे भी उपस्थित थीं।

चलवेनहट्टी गांव के धर्माभिमानी युवकोंने इस सभा का पूरा दायित्व लेकर केवल ४ दिनों में प्रसार कर ६५० से अधिक धर्माभिमानियोंको सभा हेतु संगठित किया। इन्हीं युवकोंद्वारा दायित्व ले कर सभा की पूरी व्यवस्था की गई।

सनातन संस्था की आधुनिक वैद्या श्रीमती शिल्पा कोठावळे का सम्मान श्रीमती अनिता पाटिल ने किया। तदुपरांत श्री. मनोज खाड्ये का सम्मान श्री. विनोद पाटिल ने किया।

आधुनिक वैद्या श्रीमती शिल्पा कोठावळे ने ‘धर्मपरिवर्तन’, ‘गो-हत्या’ तथा ‘लव-जिहाद’ आदि धर्म पर आए संकटोंके संदर्भ में उपस्थित धर्माभिमानीयोंको जानकारी दी तथा ‘धर्मशास्त्र’ का महत्त्व भी विशद किया। सभा में चलवेनहट्टी गांव को एक ‘आदर्श गांव’ बना कर धर्मबंधुत्व उत्पन्न करने हेतु ‘बालसंस्कार वर्ग’ तथा ‘धर्मशिक्षा वर्ग’ का महत्त्व भी उन्होंने बताया। मान्यवरोंद्वारा किए गए आवाहनोंको उपस्थित धर्माभिमानीयोंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला !

सभा के अंत में, इस सभा हेतू, विविध प्रकार की सामग्री उपलब्ध करानेवाले धर्माभिमानियोंके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई।

क्षणिकाएं

१. सभा की पूर्वसिद्धता के समय आए तूफान के कारण कनात बांधे हुए खंभे उखड कर गिर गए। इस अवसर पर सनातन संस्था के साधक श्री. गजानन केसकर ने धर्माभिमानियोंको सामूहिक प्रार्थना करने का आवाहन किया, तत्पश्चात २ मिनट में ही तूफान शांत हो गया और आगे की सेवा करना संभव हुआ। सभी ने कहा कि, यह ‘ईश्वर’ की एक अनुभूति ही है !

२. सभास्थल से ५ से ६ कि.मी. दूरी पर भारी मात्रा में वर्षा हुई; परंतु सभास्थल पर वर्षा नहीं हुई।

३. मान्यवरोंके मार्गदर्शन के उपरांत, सभा के लिए प्रयुक्त किया गया विद्युत जनित्र (जनरेटर) अकस्मात बंद हो गया। कुछ घटनाएं ऐसी हुर्इं जिनके कारण उपस्थित धर्माभिमानीयोंको, यह सभा भगवान श्रीकृष्णद्वारा ही संपन्न हो रही है, इसकी अनुभूति आयी !

४. सभा के उपरांत आयोजित पुनरावलोकन बैठक में रात्रि देर तक ७० से भी अधिक धर्माभिमानी रुके थे। इस सभा से प्रेरणा लेकर समीप के हदीगनूर गांव के धर्माभिमानी युवकोंने भी; मान्यवरोंसे उनकी गांव में सभा का आयोजन करने की विनती की !

५. दो दिन पूर्व चलवेनहट्टी गांव के एक धर्माभिमानी श्री. नीलेश पाटिल के दाएं हाथ का अस्थिभंग होते हुए भी उन्होंने पूरा ध्वनिक्षेपण एवं विद्युत यंत्र सम्हालने की सेवा की।

'हिन्दू धर्मजागृति सभा' में उपस्थित ग्रामवासी
‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ में उपस्थित ग्रामवासी
'धर्मरथ' पर सेवा करनेवाले बालसाधक
‘धर्मरथ’ पर सेवा करनेवाले बालसाधक

विशेष

१. चलवेनहट्टी गांव की जनसंख्या लगभग २ सहस्र है। फिर भी ६५० से अधिक हिन्दू धर्माभिमानी सभा हेतु उपस्थित थे। इससे लोगों में हिन्दू जनजागृति समिति के प्रति विश्वास दिखाई देता है !

२. इस सभा में कु. निखिला कलघटगी, कु. संस्कृती गावडे, कु. अमोल बिलावर, कु. गौरव कारेकर, कु. शिवानंद सावंत आदि बालसाधकोंने सनातन के सात्विक वस्तु-विक्री के ‘धर्मरथ’ पर सेवा की। इन बालकोंकी सेवा करने की तड़प देख कर, अनेक जिज्ञासुओंने उनकी प्रशंसा की !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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