ऐसे, वासनांधोंसे हिन्दू बालिकाओंकी रक्षा होने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना अपरिहार्य !
नंदुरबार (महाराष्ट्र) : २२ मार्च को यहां के मालीवाडा क्षेत्र में एक साधारण कारण से हिन्दू एवं मुसलमानों में दंगा हुआ था। प्रथम इस दंगे के पीछे का कारण ऐसा बताया गया था कि, हिन्दू एवं मुसलमान छात्रों में नकल (कॉपी) करने के प्रकरण में विवाद उत्पन्न हो कर, दंगे में उसका रूपांतर हुआ !
प्रत्यक्ष में स्थानीय नागरिकोंद्वारा दी गई जानकारी के अनुसार धर्मांधोंद्वारा ‘अल्पायु हिन्दू छात्रा के साथ छेडखानी’ ही नंदुरबार दंगे के पीछे का कारण था !
१. २२ मार्च को एक अल्पवयीन हिन्दू छात्रा १० वीं की परीक्षा देने हेतु परीक्षाकेंद्र पर जा रही थी। इस समय २ धर्मांध युवकोंने उस छात्रा को परीक्षाकेंद्र पर जाने से रोका। इस अवसर पर उस छात्रा ने धर्मांधोंसे परीक्षा हेतु जाने देने की विनती की।
२. इस समय दोनों धर्मांधोंने अलग हो कर उसे जाने की अनुमति दी, परंतु, थोडे आगे जाते ही उन्होंने अकस्मात उसे दोनों ओर से पकड़ लिया। उस छात्राद्वारा उनके चंगुल से स्वयं को छुडाने का प्रयास किया गया, तो युवकोंने उसकी ओढनी खींच ली !
३. एक हिन्दू युवक ने इस पूरी घटना को देखा, तो उसे चिढ आई। उन धर्मांधोंसे फटकारने पर, उन्होंने उस युवक की बहुत पिटाई की !
४. उस छात्रा ने उन धर्मांध युवकोंके घर जाकर उनके पिता को इस घटना की जानकारी दी। वो छात्रा धर्मांधोंके घर जाते समय ही धर्मांधोंने मस्जिद से पथराव करना आरंभ किया। (हिन्दुओं, धर्मांधोंसे स्वयं की रक्षा करने हेतु ‘स्व-सुरक्षा प्रशिक्षण’ लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात