हिमाचल प्रदेश – साध्वी देवा ठाकुर गुरुवार को ब्रास स्थित बाला सुंदरी माता धाम पर पत्रकारोंसे बातचीत कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि, एक बार फिर से महिलाओंको रानी लक्ष्मी बाई बनने के लिए आवश्यक है कि वे भारतीय वेदों और संस्कृति से जुड़ें, तभी वे देश को राजगुरु, भगत सिंह व सुखदेव जैसे देशभक्त दे सकती हैं।
साध्वीजी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि, महिलाएं पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित होकर भारतीय संस्कृति से दूर हो रही हैं, इससे समाज में विघटन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि, महिला आयोग की तर्ज पर पुरुष आयोग का भी गठन होना चाहिए। क्योंकि अकेले महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी प्रताडि़त होते हैं।
उन्होंने कहा है कि, कई बार महिलाएं जो आरोप लगाती हैं, वे सच्चे नहीं होते और ऐसे में पुरुषोंको अन्याय का सामना करना पडता है। ऐसा नहीं है कि केवल महिलाएं ही प्रताडि़त होती हों, कई मामलों में पुरुष भी पीडि़त हो सकते हैं, किंतु उनके सामने समस्या है कि आखिर वे अपनी बात कहां पर रखें ?
स्त्रोत : रिव्होल्ट प्रेस