न्यूयॉर्क : मध्य अफ्रीका गणराज्य में एेसी १०० से अधिक लडकियां सामने आईं हैं, जिन्होंने यूएन के पीसकीपिंग (शांति) सैनिकों और फ्रेंच सैनिकों पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाया है । ये आरोप तब सामने आए हैं जब संयुक्त राष्ट्र के दल ने महिलाओं और लडकियों से इस विषय में पता करने के लिए दक्षिणी मध्य क्षेत्र का दौरा किया ।
यूएन के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक वक्तव्य में कहा, ‘हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि, जिनको हमने लोगों की रक्षा के लिए भेजा था, उन्होंने उसके उलट काम किया है ।’ उन्होंने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी अब तक १०८ कथित पीडितों से पूछताछ कर चुके हैं । इनमें से अधिकतर कम उम्र की लडकियां हैं, जिनसे विदेशी सैनिकों ने बलात्कार, यौन उत्पीडन या उनका शोषण किया ।
संयुक्त राष्ट्र के दल को यहां तक शिकायतें मिलीं हैं कि फ्रांस के संगारिस बल के सैनिकों ने लडकियों को थोडे से धन के बदले कुत्तों संग यौन संबंध बनाने के लिए विवश किया ।
शांति सैनिकों द्वारा किए जाने वाले यौन उत्पीडन के मामलों पर नजर रखने वाले सिविल सोसायटी ग्रुप ‘एड्स फ्री वर्ल्ड’ ने कहा कि, तीन लडकियों ने संयुक्त राष्ट्र के एक मानवाधिकार अधिकारी को बताया कि, वर्ष २०१४ में एक कमांडर ने उन्हें एक शिविर में बांधकर रखा और निर्वस्त्र कर उन्हें दुष्कर्म के लिए विवश किया । फ्रांस के संयुक्त राष्ट्र दूत फ्रांसिस डेलाट्रे और अमेरिकी राजदूत सामंथा पॉवर ने आरोपों को ‘दुखद’ करार दिया है ।
संदर्भ : नवभारत टाइम्स