आश्विन कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
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जयपुर (राजस्थान) – केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि देश में सभी प्रकार के पशुओं के मांस के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। पशु कल्याण कार्यकर्ताओं को जानवरों के अवैध कत्लेआम को रोकने के लिए एक देशव्यापी आंदोलन शुरू करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में रोज चीन से भी ज्यादा जानवरों की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा, यहां दुधारु पशुओं को मारकर अवैध तरीके से बांग्लादेश और मध्य-पूर्व के देशों में भेजा जाता है। मेनका ने कहा कि जानवरों के मांस के अवैध कारोबार से आया पैसा आतंकवाद में लग रहा है। साथ ही यह किसी धर्म विशेष से जुड़ा नहीं है बल्कि भारत में अब यह व्यापार बन गया है।
मेनका गांधी जानवरों के सरंक्षण के लिए फेडरेशन ऑफ इंडियन एनिमल प्रोटेक्शन ऑर्गेनाइजेशन (फियापो) की ओर से आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ‘इंडिया फॉर एनिमल्स-२०१४’ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने पशु कल्याण कार्यकर्ताओं से हर दिन दो कुत्तों को बचाने का आह्वान किया और यह देखने के लिए कहा कि आवारा पशुओं को ज्यादा से ज्यादा परिवारों द्वारा अपनाया जाए।
मेनका गांधी ने कहा कि बैलों को मारने की अनुमति का महाराष्ट्र सरकार का फैसला पशु कल्याण हितों के लिए हानिकारक होगा। मेनका गांधी ने राजस्थान सरकार से इस ओर सतर्क होने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि हाल ही एक त्योहार के दौरान उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में बलि के लिए राजस्थान से ऊंटों को लाया गया था।
मेनका ने पशु कल्याण के कार्यकर्ताओं से एक राज्य से दूसरे राज्यों में मारने लिए बड़े पैमाने पर ले जाए जा रहे जानवरों के खिलाफ कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान से हजारों जानवरों को मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सकेगा। मेनका गांधी ने बताया कि दिल्ली में प्रतिदिन औसतन ३०० ट्रक जानवर लाए जाते हैं और उनको मारा जाता है।
उन्होंने इस प्रकार की अवैध कत्लेआम को रोकने के लिए पशु कार्यकर्ताओं को पुलिस के साथ एवं लोगों को प्रशासन के साथ दोस्ताना रवैया रखे जाने की जरूरत बताई। विभिन्न संगठनों द्वारा चलाए जा रहे गौ आश्रयों (गौशालाओं) के साथ निकट संपर्क रखने की जरूरत है और मुक्त कराए गए जानवरों को इन आश्रयों में रखा जाना चाहिए।
मेनका ने कहा कि पशु कल्याण कार्यकर्ताओं को उन लोगों को भी पकड़ना चाहिए जो जानवरों के लिए क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा २९ का उल्लंघन करके पशुओं को ट्रकों में एक स्थान से अन्य जगहों पर ले जाते हैं। मेनका गांधी ने पशु कल्याण कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे राजस्थान में रेगिस्तानी छिपकली और हिरण के अवैध शिकार को रोकने की दिशा में काम करें।
मेनका ने कहा कि वह महसूस करती हैं कि वर्तमान हालात में ऐसे दबाव समूह बनाने की जरूरत है, जो तेजी से जानवरों के बारे में सकारात्मक सोच बनाने के लिए सांसदों को प्रभावित कर सकें। उन्होंने पशु कार्यकर्ताओं से वन्यजीवों के उत्पादों की बिक्री की निगरानी रखने और इस प्रकार की अवैध बिक्री के खिलाफ वन अधिकारियों और पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया।
स्त्रोत : आज तक