मुंबई : महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मामले में शिवसेना ने न्यायालय के आदेश पर प्रश्न उठाए हैं । न्यायालय ने शनि मंदिर में महिलाओं को जाने की अनुमति दे दी है तो क्या ये निर्णय मुस्लिमों पर भी लागू होगा ?
‘न्यायालय को श्रद्धा की धज्जियां नहीं उडानी चाहिए’
शिवसेना ने कहा, ‘शनि मंदिर की श्रद्धा के विषय को आपसी सहमति से हल करना चाहिए था । श्रद्धा का निर्णय न्यायालय को नहीं करना चाहिए । ये ठीक वैसा ही है, जैसे साईं बाबा का धर्म कौन सा था, इसका निर्णय न्यायालय नहीं कर सकता ।’ पक्ष ने कहा कि, जिस तरह श्रद्धा के विषय में राजनीति नहीं होनी चाहिए उसी तरह न्यायालय को हमारी श्रद्धा की धज्जियां नहीं उडानी चाहिए । न्याय मंदिर में न्याय मिलता है, परंतु अब धार्मिक तनाव भी मिलने लगा है ।
क्या न्यायालय महिलाओं को दरगाहों और मस्जिदों में प्रवेश की अनुमति देगा ?
सामना में शिवसेना ने प्रश्न उठाया कि, क्या न्यायालय महिलाओं को दरगाहों और मस्जिदों में प्रवेश की अनुमति देगा ? क्या महिलाएं इन जगहों पर जा सकेंगी ? शिवसेना ने हाजी अली दरगाह का उदाहरण भी दिया जहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित है । ये मामला भी न्यायालय में है ।
संदर्भ : आज तक