आश्विन कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
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वाशिंगटन – चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकी लगातार इस्लामी राज्यों में उत्पात मचाए हुए है। आईएसआईएस आतंकी एक बाद एक ऑनलाइन बर्बरतापूर्ण और हिंसा के वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। उनके इस उत्पात से इराक के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में काफी दहशत है। देश केउत्तरी हिस्से से हजारों यजीदी लोगों ने अपने घरों को छोड़कर सिंजर की पहाडियों में शरण ली हुई है।
अमरीका विदेश विभाग के एक ब्लॉग के अनुसार, पिछले दो महीनों में हजारों परिवारों से लड़की और महिलाओं का अपहरण कर उन्हें बाजार में बेच दिया है। खबर के मुताबिक अगवा की गई इराकी महिलाओं पर को इस्लाम धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। धर्म कबूल नहीं करने पर महिलाओं के सामने दो विकल्प रखे जाते हैं , पहला इस्लाम धर्म को अपना ले या फिर मना कर दें। इस्लाम धर्म अपनाने की स्थिति में उन्हें बेच दिया जाता है। वहीं जो महिलाएं इस्लाम धर्म अपनाने से मना करती थी चरमपंथी उनके साथ या तो बलात्कार करते या फिर उनके लिए तड़पाने वाली मौत मुकर्रर करते।
ब्लॉग में लिखा है कि १२ से १३ की युवा लड़कियों के साथ बलात्कार किया जा रहा है और शादी करने का दवाब बनाया जा रहा है। बंधक बनाई गई महिलाओं को पशुओं की तरह निलाम किया जा रहा है। इराकी अल्पसंख्यक समुदाय के अनुसार १,५०० से ४,००० महिलाओं और लड़कियों के अपहरण किया गया है। आईएसआईएस के आतंकी लड़कियों और महिलाओं का अपहरण कर उनसे जबरन बलात्कार, तस्करी और शादी कर रहे है।
आईएसआईएस लड़कियों और महिलाओं के दुरूपयोग को रोका जाना चाहिए। रिपोर्टो के ढेर सारे उदाहरण देते हुए रसेल द्वारा लिखित एक ब्लॉग में निर्दोष हजारों महिलाओं की दुर्दशा का वर्णन किया गया है और उग्रवादियों की कैद से हजारों महिलाओं को सुरक्षित लाने का अनुरोध किया गया है। इस ब्लॉग में इराक की नवगठित सरकार को चरमपंथियों द्वारा फैलाई गई बुराई का सामना करने और महिलाओं और लड़कियों को उनसे छुड़वाने की बात कहीं गई है।
आईएसआईएस आतंकी इराक और सीरिया के इस्लामी राज्यों में पर कब्जा जमाए हुए है। आईएसआईएस ने जून से इस्लामी राज्यों में खिलाफत की स्थापना की थी। इसके बाद इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकी, अल्पसंख्यक यजीदियों को निशाना बनाकर पुरूषों की हत्या और महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर रहे हैं। समुदाय के लोगों का कहना है कि पुरूषों की सड़क पर हत्याएं की जा रही हैं, जबकि महिलाओं को अगवा करके उनके साथ बलात्कार किया जा रहा है। यजीदी महिलाओं को रखैल बनाकर रखा जा रहा है और उन्हें बाजार में बेचा जा रहा है।
बंधक बनाई गईं महिलाओं में अधिकतर को मात्र २५ डॉलर में बेच दिया गया। जो महिलाएं साथ जाने से मना कर रही हैं इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी उनके साथ बलात्कार कर रहे हैं। इस बात की जानकारी उन पीडित लोगों ने दी जो इन यजीदी महिलाओं के साथ जेल में बंद थे और किसी तरह वहां से भागने में कामयाब रहे। इस्लामिक स्टेट के जेल से भागे हुए एक कैदी ने दी।
एक महिला ने बताया कि जब वह जेल में थी तब एक लड़की ने जेल में ही अपनी मां से कहा कि "कुछ घंटों के अंतराल में दर्जनों पुरूषों ने उसके साथ बलात्कार किया". बलात्कार पीडिता में वह महिलाएं भी है जिनकी उम्र १४ साल से भी कम है। पिछले कुछ महीनों से इराक में आईएसआईएस के आतंकी आम जनता पर कहर बनकर बरस रहे हैं और उनमें से सबसे ज्यादा शिकार यजीदी महिलाएं हो रही हैं।
स्त्रोत : पत्रिका