आश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
इंदौर (मध्य प्रदेश) : खरगोन में भी बुधवार को लव जिहाद जैसा मामला सामने आया। युवक ने नाम बदलकर किशोरी से दोस्ती की। जब उसे युवक का असली नाम पता चला तो वह जान से मारने की धमकी देकर ज्यादती करने लगा। यह सिलसिला लंबे समय तक चला। बुधवार को मामले की जानकारी लगते ही पूरे क्षेत्र का माहौल गरमा गया। पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और कार्रवाई की बात कही। बुधवार देर रात पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीडि़ता के बयान के बाद गुरुवार को आरोपी की धाराएं बढ़ाते हुए दुष्कर्म, एसटीएसी एक्ट और धोखधड़ी के तहत मामला दर्ज किया है। एडीएम ने आरोपी युवक को शहर में शांत भंग करने के लिए तीन दिनों के लिए जेल भेज दिया है। पुलिस तीन दिन बाद पुन: नई धाराओं के साथ स्थानीय अदालत में आरोपी को पेश करेगी। पुलिस का कहना है कि मामले को देखते हुए कोर्ट से वह युवक का रिमांड मांगेगी।
यह है मामला :
बुधवार दोपहर खरगोन के मांगरुल रोड से बैंक कॉलोनी वाले रास्ते पर आसपास के लोगों ने युवक-युवती को एक साथ पकड़ा। जब दोनों के बारे में पता चता तो लव जिहाद की आशंका में माहौल गर्मा गया। लोगों ने युवक की पिटाई कर दी और उसकी बाइक में तोड़फोड़ कर दी। रात में किशोरी ने मीडिया के सामने आकर युवक की करतूत उजागर की। ११वीं में पढ़ने वाली किशोरी ने मीडिया को बताया करीब एक साल पहले अकरम ने नाम बदल कर दोस्ती की। वह खुद का नाम आदी वर्मा बताता रहा। उसने कई बार ज्यादती भी की। एक माह पहले उसकी सच्चाई पता चली। विरोध करने पर अकरम मुझ पर दबाव बनाने लगा। किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी। जान से माने की बात भी कही। बुधवार को जब मैं परीक्षा देने निकली तो वह बाइक लेकर आया और अपने साथ जबरदस्ती ले जाने लगा। लोगों ने हमें देख लिया। आशंका के चलते अकरम की पिटाई भी कर दी।
गुस्साए लोगों की थाने पर भीड़ लगी :
युवक की पिटाई के बाद लोगों ने कोतवाली थाने पर सूचना दी। पुलिसकर्मी दोनों को थाने ले गए। यहां दोनों के परिजनों को बुलाया गया। उन्हें समझाइश देकर छोड़ दिया गया। इस दौरान दो पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया। कोतवाली थाने पर दोनों ओर से कई लोगों की भीड़ लग गई। हालत बिगड़ती देख डीआरपी लाइन का बल बुलाया गया। दोनों पक्षों के लोगों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी।
कानून हाथ में लिया तो मैं उसे निपटा दूंगा :
पुलिस अफसरों ने इसके बाद सद्भावना बैठक ली। एएसपी राजेश दंडोतिया ने कहा किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। यदि कोई कानून तोड़ता है तो हम उसे निपटा देंगे। यदि संदिग्ध मामला है तो सूचना पुलिस को दें, कार्रवाई होगी। एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने कहा- मानते हैं ऐसे मामलों में भावनाएं आहत होती हैं लेकिन आक्रोश में किसी की पिटाई कर देना यह सही नहीं है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर