Menu Close

फेसबुक पर मोहम्मद पैगंबर का अपमान करने पर मौत की सजा

आश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६

कितने हिन्दू अपने देवी-देवताआेंके होनेवाले अनादर के प्रति जागृत रहते है ?

तेहरान – कमजोर मानसिक स्थिति वाले एक ब्लॉगर को फेसबुक पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने का दोषी बताकर मौत की सजा सुनाई गई है। सूत्रों ने इंटरनैशनल कैंपेन ह्यूमन राइट्स इन ईरान को यह जानकारी दी है। 30 साल के सुहैल अरबी के 8 फेसबुक पेज अलग-अलग नाम से हैं। सुहैल ने कबूल किया है कि उसने इन पेजों पर पैगंबर को अपमानित करने वाले पोस्ट डाले थे।

अरबी को पिछले साल नवंबर में पत्नी के साथ रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने अरेस्ट किया था। आईआरजीसी ने बताया कि फेसबुक पर पोस्ट बिना सोचे और कमजोर मानसिक स्थिति में पब्लिश किए गए हैं। तेहरान क्रिमिनल कोर्ट के ब्रांच 75 के जज खोरासनी ने पैगंबर को अपमानित करने में अरबी को 30 अगस्त को दोषी ठहराया था।

इस्लामिक पीनल कोड स्टेट्स के आर्टिकल 262 के मुताबिक पैगंबर को अपमानित करने पर मौत की सजा का प्रावधान है। हालांकि, आर्टिकल 264 के मुताबिक यदि संदिग्ध यह दावा करता है कि उसने गुस्से में या गलती से पैगंबर का अपमान किया है तो मौत की सजा 74 चाबुक में बदल सकती है। गुमनाम सूत्रों का दावा है कि आर्टिकल 264 के अनुरूप मामला होने के बावजूद जज ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट में सुहैल के बयान का नोटिस तक नहीं लिया गया। वह कई बार कह चुका है कि उसने कमजोर मानसिक स्थिति में फेसबुक पर पोस्ट डाले थे और अब इस बात लेकर अफसोस है।अरबी की पत्नी को नवंबर में अरेस्ट करने के बाद कुछ ही घंटो में छोड़ दिया गया था। अरबी को जेनरल वॉर्ड 350 में ट्रांसफर करने से पहले आईआरजीसी के 2A वॉर्ड में दो महीने तक कैदी बनाकर रखा गया था। सूत्रों का कहना है कि अरबी को अवैध तरीके से अरेस्ट किया गया। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि सुबह के वक्त अरबी के घर में आईआरजीसी के एजेंट कैसै पहुंच गए। तब सभी दरवाजे बंद थे और लोग सो रहे थे। एजेंट्स बेडरूम तक पहुंच गए थे। तभी अरबी और उसकी पत्नी को अरेस्ट कर लिया गया था। उस वक्त छानबीन के दैरान एजेंट्स घर से तस्वीरें और कुछ निजी सामान भी जब्त कर लिए थे। अरबी इस फैसले के खिलाफ 20 सितंबर तक कोर्ट में अपील कर सकता है।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *