तासगांव-सांगली में आयोजित ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ !
• हिन्दू धर्मजागृति सभा के उपलक्ष्य में आयोजित वाहनफेरी में हिन्दू धर्माभिमानियोंका उत्स्फूर्त सहभाग !
• १४० से अधिक वाहन सम्मिलित
हिन्दूविरोधी षड्यंत्रोंके विरोध में हिन्दुओंको संघटित हो कर आवाज उठाने का, यही समय है – कु. प्रतिभा तावरे, हिन्दू जनजागृति समिति
तासगांव : हिन्दूविरोधी कानून, गोहत्या, धर्मपरिवर्तन, आतंकवाद, बलात्कार, नक्सलवाद, कश्मीर में इसिस के ध्वज फहरानेवालोंकी बढती संख्या, लवजिहाद, लैंड जिहाद समान समस्याओं में वृद्धि हो रही है !
उसी प्रकार, विविध प्रकार के हिन्दू विरोधी षड्यंत्र के विरोध में हिन्दुओंद्वारा जाति, संप्रदाय, संगठन आदि बंधन तोड कर एकमत से आवाज उठाने का यही समय है ! इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति की कु. प्रतिभा तावरे ने हिन्दुओंको बुधवार, १३ अप्रैल को चंपाबेन वाडीलाल, ज्ञानमंदिर के मैदान में होनेवाली ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ में बडी संख्या में उपस्थित रहने का आवाहन किया।
इस धर्मजागृति सभा के प्रचार हेतु सांगली नाका से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा तक वाहनफेरी निकाली गई, वो इस अवसर पर बोल रही थीं।
इस फेरी में १२५ से अधिक दोपहिए एवं १५ से अधिक चौपहिए वाहन सम्मिलित हुए थे।
इस फेरी में दी गई ‘गोमाता की जय हो’, ‘जय श्रीराम’, ‘हर हर महादेव’, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय’, ‘हिन्दू एकता की जय हो’, आदि घोषणाओंसे तासगांव नगर गूंज उठा !
फेरी के आरंभ में सनातन संस्था के साधक श्री. महादेव जाधव के शुभहाथों धर्मध्वज का पूजन किया गया। इस अवसर पर तासगांव, कवठेमहांकाळ, चिंचणी तथा कुमठे के हिन्दू धर्मामिभानी भारी संख्या में सम्मिलित हुए थे।
इस फेरी में भाजपा, शिवसेना, श्रीशिवप्रतिष्ठान, बजरंग दल, जुळेवाडी, वरची गली तथा तासगांव के हिन्दू, हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के साथ ३०० से अधिक हिन्दू धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे। समापन के अवसर पर ज्येष्ठ समर्थभक्त पू. मकरंदबुवा रामदासी एवं श्रीशिवप्रतिष्ठान के श्रीकृष्ण माळी ने अपने मनोगत व्यक्त किए।
क्षणिकाएं
१. फेरी आरंभ होने से पूर्व फेरी के स्थान पर दो गोमाताएं उपस्थित थीं।
२. कवठेमहांकाळ के जगदंब प्रतिष्ठान एवं चिंचणी के अविरत गणेश उत्सव मंडल के कार्यकर्ता स्वयं के पारंपरिक ढोल-ताशोंके साथ फेरी में सम्मिलित हुए। नगर के प्रत्येक चौक पर उनके द्वारा बजाए गए ढोल-ताशोंके कारण नगर चैतन्यमय हो गया था।
३. महिलाओंके साथ अनेक धर्मामिभानी हिन्दुओंने भगवे वस्त्र परिधान किए थे, जिस से पूरा नगर ‘भगवामय’ हो गया था !
४. पलुस के श्रीशिवप्रतिष्ठान के १३ वर्ष के कु. सत्यजीत एवं कु. सर्वजीत पाटिल ने इस फेरी में लाठी-काठी के प्रात्यक्षिक दर्शा कर उपस्थित लोगोंके मन को जीत लिया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात