कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
कराची – बीत दिनों कश्मीर पर विवादित बयान देकर खुद की बेइज्जती करवाने वाले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुखिया बिलावल भुट्टो ने अभी तक सबक नहीं लिया है। उन्होंने एक बार फिर भारत से कश्मीर लेने की कसम खाई है।
बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी के बेटे 26 वर्षीय बिलावल ने रविवार को कहा है कि वह जब भी कश्मीर का नाम लेते हैं, तो पूरा भारत चीख उठता है। वह जानते हैं कि भारतीयों के पास इसका कोई जवाब नहीं है। मोहम्मद अली जिन्ना की समाधि पर सार्वजनिक रैली में बिलावल ने कहा कि हम कश्मीर लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा बनेगा और इस मसले के नाम पर भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत को तरजीह नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि वह कश्मीर में शांति चाहते हैं। इसलिए उनके कश्मीर पर दिए गए बयानों को गलत नहीं समझा जाना चाहिए। भविष्य में खुद को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद का दावेदार समझने वाले बिलावल बोले कि भारत सरकार और मीडिया पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की छवि खराब करना चाहता है और उनकी आवाज को दबा रहा है, क्योंकि वे जानते हैं कि पीपीपी की आवाज पूरी दुनिया सुनती है। गौरतलब है कि यह दूसरा मौका था, जब बिलावल ने सार्वजनिक रूप से कश्मीर पर बयान दिया है। बीते महीने उन्होंने कहा था कि वह भारत से कश्मीर की एक-एक इंच जमीन वापस ले लेंगे। यह पाकिस्तान की अन्य प्रांतों की तरह ही प्रांत है।
बेनजीर भुट्टो की २००७ में चुनावी रैली में हत्या कर दी गई थी। आसिफ अली जरदारी 2008 से 2013 तक देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। बेनजीर की हत्या के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को सहानुभूति वोट मिले थे। बेनजीर की हत्या के बाद जरदारी के प्रश्रय में बिलावल को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
अद्ययावत
२१ सितंबर २०१४, आश्विन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
बिलावल भुट्टो के जहरीले बोल : ‘भारत से लेकर रहेंगे पूरा कश्मीर‘
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नर्इ देहली – पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुख्य संरक्षक बिलावल भुट्टो जरदारी ने बेतुका बयान दिया है। उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा है और वो इसे हासिल करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि वो कश्मीर का एक इंच भी भारत को नहीं देंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के आवास से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा, ‘मैं पूरा कश्मीर वापस लूंगा। मैं इसका एक इंच भी भारत के लिए नहीं छोड़ूंगा क्योंकि कश्मीर सिर्फ पाकिस्तान का है। पाकिस्तान के बाकी प्रोविंस की तरह कश्मीर भी हमारा है।
15 सितंबर को ही बिलावल ने घोषणा की थी कि वह २०१८ के आम चुनाव में अपनी मां की परंपरागत सीट एनए-207 से उम्मीदवार होंगे। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुख्य संरक्षक, बिलावल ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) द्वारा इस्लामाबाद में आयोजित धरने की भी आलोचना की थी।
पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र बिलावल ने इस धरने को पूर्वाग्रह का मामला बताया और विरोध प्रदर्शन को ओछा करार दिया। बिलावल ने कहा था कि अगर मीडिया इस आंदोलन को दिखाना बंद कर दे तो वे धरना बंद कर देंगे।
बिलावल ने सिंध प्रांत के विभाजन की बात को भी खारिज कर दी थी। उन्होंने कहा था कि सिंध प्रांत के बंटवारे का सवाल ही नहीं उठता और सिंध प्रांत की तुलना पंजाब से करना ठीक नहीं होगा। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पार्टी ने सिंध प्रांत के विभाजन की मांग की थी। जिस सीट से बिलावल ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है, उसे पीपीपी का गढ़ माना जाता है। इसी क्षेत्र के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और जुल्फिकार अली भुट्टो का पैतृक घर आता है।
२०१३ के आम चुनाव में इस सीट से पीपीपी के फरयाल तापुर विजयी हुए थे। इसके पहले २००८ में वह इस सीट से निर्विरोध चुन लिए गए थे।
स्त्रोत : आज तक