क्या प्रशासन ने अन्य धर्मियोंकी शोभायात्रा की अनुमती अस्वीकार की होती ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
उरई : भाजपा और हिन्दू संगठनों को पुलिस प्रशासन ने रामनवमी पर शोभायात्रा नहीं निकालने दी । शोभायात्रा निकालने को लेकर रस्साकशी के बीच बात बिगड गई । एसडीएम ने भाजपा के वरिष्ठ नेता से अभद्रता कर दी । बाद में पुलिस ने रामभक्तों को ही गिरफ्तार कर लिया ।
रामनवमी पर भाजपा व अन्य हिन्दू संगठनों ने शहर में भव्य शोभायात्रा निकालने का आह्वान किया था परंतु प्रशासन ने अनुमती नहीं दी । फिर भी हिन्दू संगठन शोभायात्रा निकालने पर अडे थे । शुक्रवार सुबह से ही रामभक्तों व हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता ठढेश्वरी मंदिर में जमा होने लगे ।
मंदिर परिसर में उपस्थित सैकडों रामभक्तों ने जय श्रीराम के गगनभेदी नारे लगाए । प्रशासन भी सतर्क था और एडीएम आनंद कुमार व एएसपी शकील अहमद कई थानों की फोर्स के साथ वहां पहुंचे । गेट पर भारी फोर्स होने से रामभक्त शोभायात्रा नहीं निकाल पाए । मंदिर के महंत सिद्वन महाराज ने गेट से पुलिस हटाने को अफसरों से कहा परंतु उनकी नहीं सुनी गई ।
इस पर भाजपा नेताओं की अफसरों से काफी बहस हुई । इसी दौरान एसडीएम संजय कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर वर्मा से अभद्रता कर दी इससे मामला गरम हो गया । भाजपाइयों ने एसडीएम को खूब खरी खोटी सुनाईं । बाद में शोभायात्रा निकालने की मांग पर अडे रामभक्तों व हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया ।
बजरंग दल के कार्यकर्ताआे ने जेल में मनाई रामनवमी
धर्मांतरण मामले में निरुद्ध चल रहे बजरंग दल के तमाम कार्यकर्ताओं ने रामनवमी जेल में ही मनाई । उन्होंने भगवान राम की पूजा अर्चना कर जय श्री राम के नारे लगाए और सभी को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं । इसके बाद भजन कीर्तन का आयोजन किया गया । इसमें जिला संयोजक अखिलेश डीहा, कुलदीप गौर, अजय तिवारी आदि शामिल थे ।
संदर्भ : लाइव हिंदुस्थान