भूमाता ब्रिगेड की श्रीमती तृप्ति देसाईद्वारा कथित ‘विजयी फेरी’ का आयोजन : बिना पुलिस की अनुमति से !
लेकिन, श्री अंबाबाई देवस्थान शांति समितिद्वारा मांगी गई अनुमति, पुलिस ने अस्वीकार कर दी !
कोल्हापुर : भूमाता ब्रिगेड की ओर से १३ अप्रैल को श्रीमती तृप्ति देसाईद्वारा कथित ‘विजयी फेरी’ का आयोजन किया गया था।
इसी समय १२ अप्रैल को श्री अंबाबाई देवस्थान शांति समिति के श्री. श्रीनिवास साळुंखेद्वारा जुना राजवाडा पुलिस को इस फेरी के मार्ग पर (एक विरोध के रूप में) फेरी निकालने की अनुमति देने के विषय में पत्र दिया गया था।
कानून एवं सुरक्षा का प्रश्न उपस्थित होने का कारण बता कर पुलिस ने इस फेरी की अनुमति अस्वीकार कर दी !
महत्त्वपूर्ण यह कि, भूमाता ब्रिगेड की श्रीमती देसाईद्वारा भी १३ अप्रैल को ‘विजयी फेरी’ निकालने हेतु पुलिस को कोई ज्ञापन ही नहीं दिया गया था ! (ऐसा चलता है तृप्ति देसाई का कानूनद्रोही कामकाज ! कानून को न माननेवाली कहती हैं कि, ‘स्त्री-पुरुषों में समानता लाएंगी !’ – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
पुलिसद्वारा कोल्हापुर शहर में ‘जमाव बंदी’ आदेश लागू !
यहां के श्री अंबाबाई मंदिर के गर्भगृह में भूमाता ब्रिगेड की श्रीमती तृप्ति देसाई के प्रवेश पर यहां के देवीभक्त तथा विविध हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा तीव्र विरोध दर्शाया गया था !
संपूर्ण परिस्थिति को देखते हुए कानून एवं सुरक्षा का प्रश्न उपस्थित न हो, इसलिए १३ अप्रैल को शहर परिसर में कोल्हापुर पुलिसद्वारा ‘जमाव बंदी’ का आदेश लागू किया गया था। इस संदर्भ में जुना राजवाडा पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री. अनिल देशमुख ने कहा कि, कानून एवं सुरक्षा की स्थिति पर नियंत्रण रखने हेतु वर्तमान में, मंदिर परिसर में १ वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, ९ सहायक पुलिस निरीक्षक एवं पुलिस उपनिरीक्षक, ९० पुलिस कर्मचारियोंकी नियुक्ति की व्यवस्था की गई थी।
श्रीमती देसाई ने फेरी निकालने हेतु ज्ञापन नहीं दिया है। यदि उन्होंने दिया तब भी हम उन्हें फेरी निकालने की अनुमति नहीं देंगे तथा उन्हें इस समय सूचना (नोटिस) भी दी जाएगी। इतना करने पर भी उन्होंने हठ अथवा आदेशोंका उल्लंघन करने का प्रयास किया, तो हम उन्हें नियंत्रण में लेंगे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात