श्रीमती तृप्ति देसाईद्वारा श्री महालक्ष्मी मंदिर को भ्रष्ट करने का षड्यंत्र !
कोल्हापुर : १३ अप्रैल को भूमाता ब्रिगेड की श्रीमती तृप्ति देसाई ने अपने धर्मांध महिला सहयोगी के साथ कोल्हापुर के श्री महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में घुसने का प्रयास किया था, ऐसा आरोप हिंदू जनजागृति समिति ने एक प्रसिद्धि पत्रकद्वारा किया है !
इस पत्रक में समिति के राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने कहा है कि ….
१. १३ अप्रैल को श्रीमती देसाई ने कोल्हापुर के श्री महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में घुसकर दर्शन करने के लिए जो आंदोलन चलाया था, इस आंदोलन के लिए उसने पुणे से कुछ महिला-पुरुष अपने साथ लाये थे।
२. पुलिस ने जमावबंदी का नोटिस दे कर इन आंदोलनकारियोंको बंदी बनाया। बंदी बनाए गए इन कार्यकर्ताओंके नाम अनेक दैनिकोंमें प्रकाशित हुए हैं। इसमें यह एक अत्यंत गंभीर बात सामने आई है कि, श्रीमती देसाई के साथ आए हुए आंदोलनकारियों में भूमाता ब्रिगेड की सलीमा गुलाब मुल्ला नामक धर्मांध महिला का भी सहयोग था !
३. पुलिस ने यदि उनको बंदी न बनाया होता, तो श्रीमती देसाई इस धर्मांध महिला को ले कर गर्भगृह में घुस जातीं तथा उससे श्री महालक्ष्मी मंदिर धर्मभ्रष्ट हो गया होता !
४. इस घटना से श्रीमती देसाई के आंदोलन की भूमिका स्पष्ट हो रही है। उनको धर्मपरंपराओंके विरोध में जाकर केवल गर्भगृह में ही प्रवेश नहीं चाहिए, अपितु वास्तव में उनका षड्यंत्र ‘हिंदू धर्म’ को ही भ्रष्ट करना है !
५. यह बात कोल्हापुर के श्री महालक्ष्मी के सर्व भक्तोंको अत्यंत दुःख पहुंचानेवाली है; इसलिए इस संदर्भ में हम शासनद्वारा तुरंत कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं !
६. तृप्ति देसाई के आंदोलन को कहां से धन एवं मनुष्यबल की पूर्ति की जाती है, यह भी खोजने का समय अब आ गया है !
७. श्रीमती देसाई ने धर्मांध महिला को हिंदू मंदिर के गर्भगृह में ले जाने में इतनी ही रुचि है, तो उसे उस धर्मांध महिला को लेकर हाजी अली के दर्गाह में इसी प्रकार घुसकर दिखाना चाहिए, श्री घनवट ने यह चुनौती भी दी है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात