आश्विन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
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अहमदाबाद (गुजरात) – गरबा उत्सवों के दौरान छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए विहिप ने राज्यभर में मुस्लिम युवकों को प्रवेश नहीं देने का फैसला किया है। इसके लिए विहिप और बजरंग दल ने नवरात्र के दौरान सावधान अभियान चलाने का फैसला किया है।
विश्व हिन्दू परिषद के शहर महामंत्री रणछोड़ भरवाड़, विहिप के केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य स्वामी अखिलेश्वरदास महाराज आदि संतों ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि गरबा स्थलों के आसपास इनके कार्यकर्ता गश्त करेंगे तथा उत्सव में आने वाले मुस्लिम युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाएगा।
हसन के बयान का विरोध
सूफी धर्मगुरु मेहंदी हसन द्वारा गरबा को राक्षसों का पर्व कहे जाने के बाद हिन्दूवादी संगठन पूरी तरह बिफर गए हैं। सूफी धर्मगुरु मेहदी हसन का कहना है कि गरबा राक्षसों का पर्व है। इसमें लोग शराब पीकर आते हैं। यह हिन्दू धर्म का पर्व नहीं है। विहिप नेता रणछोड़ भरवाड़ ने इसे अपमानजनक बताते हुए मेहदी हसन की गिरफ्तारी की मांग की है।
मुस्लिम धर्मगुरु की सफाई
मुस्लिम धर्मगुरु मेहदी हसन ने अपने बयान पर विवाद बढ़ने के बाद सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में देखा गया। उन्होंने त्योहार की पवित्रता को बरकरार रखने के लिए अराजक तत्वों को इससे दूर रखने की मांग की थी।
स्त्रोत : नर्इ दुनिया